कोरोना वायरस के वजह से दुनिया के 70 से अधिक देश प्रभावित हैं। दिसंबर महीनें में चीन के वुहान शहर से शुरू हुए कोरोना ने अब तक 3348 लोगों की जान ले चुका है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक चीन में कुल 3013 लोगों की मौत हुई जबकि इटली में 145 लोगों की जान चली गई।
नई दिल्ली. कोरोना वायरस का कहर दिनों दिन बढ़ता जा रहा है। कोरोना वायरस के वजह से दुनिया के 70 से अधिक देश प्रभावित हैं। दिसंबर महीनें में चीन के वुहान शहर से शुरू हुए कोरोना ने अब तक 3348 लोगों की जान ले चुका है। कोरोना का कहर है कि थमने का नाम नहीं ले रहा है। आए दिन कोरोना से संक्रमित होने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। जिसके कारण कई देशों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। मौत के ताजा आंकड़ों पर गौर करे तो अब तक सबसे ज्यादा मौत चीन में हुई है। चीन में कुल 3013 लोगों की मौत हुई जबकि इटली में 145 लोगों की जान चली गई।
भारत में 31 केस आए सामने
भारत में इस वक्त कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या 31 हो चुकी है। 31 में से 15 मरीजों का इलाज गुरुग्राम में चल रहा है। जबकि 10 मरीज दिल्ली के अस्पताल में भर्ती है, 1 मरीज तेलंगाना में है, 2 मरीज जयपुर में हैं। इन 31 मरीजों में 16 मरीज इटली के निवासी हैं जो हिंदुस्तान घूमने आए थे। 6550 फ्लाइट्स से आए अब तक 6,49,452 यात्रियों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है। वहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि 28 हजार से अधिक लोगों की निगरानी भी की जा रही है। इसके अलावा सरकार कोरोना की जांच के लिए 19 नए लैब भी बना की तैयारी में है।
चीन के इन प्रयासों की हो रही तारीफ
चीन ने कोरोना से निपटने के लिए काफी काम किया है। यूएन ने भी उसकी तारीफ की है। इस सबसे कोरोना के प्रभाव में भी अब कमी आई है। कोरोना वायरस वुहान में सबसे पहले फैला, सबसे ज्यादा प्रभावित भी यही इलाका रहा। यहां पूरे चीन से 40 हजार मेडिकल कर्मी तैनात किए गए थे। वुहान में सिर्फ 10 दिन में ही 2600 बेड का अस्पताल बनाया गया। इसके अलावा यहां स्टेडियम, फैक्ट्री, एग्जीबिशन वाली जगहों को अस्पताल में तब्दील कर दिया गया था। वुहान में अकेले 16 अस्थाई अस्पताल बनाए गए थे।
हुबई, वुहान प्रांत में बड़ी राहत
चीन का हुबई प्रांत सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों में से है। चीन के नेशनल हेल्थ कमीशन के मुताबिक, यहां सभी जरूरी प्रावधान किए जा रहे हैं। यहां लोगों को तीन ग्रुप (हाई, मीडियम और लो) संक्रमण के हिसाब से रखा गया है। यहां मरीजों का दोनों वक्त जरूरी चेकअप भी किया जा रहा है। हुबई में तेजी से कोरोना के केसों में कमी देखने को मिली है। यहां पहले हर दिन 570 नए केस आ रहे थे। लेकिन पिछले रविवार को सिर्फ 196 केस सामने आए। इसके बाद से लगातार संक्रमित होने वालों की संख्या कम होती जा रही है। जिसको देखते हुए प्रशासन ने यहां बनाए गए 16 अस्थाई अस्पतालों में एक को बंद भी कर दिया।
चीन के बाद ईरान सबसे ज्यादा प्रभावित
ईरान में अब तक 107 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि संक्रमण के 3513 मामले सामने आ चुके हैं। वहीं, शुक्रवार से भारत और ईरान के बीच अपने-अपने नागरिकों को निकालने के लिए विशेष विमान सेवा शुरू होगी। जानकारी के मुताबिक, ईरान में करीब हो हजार भारतीय फंसे हुए हैं। वहीं, भारत में भी ईरान के नागरिक फंसे हैं। वहीं, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरुवार को कहा था कि मेडिकल टीम गुरुवार शाम तक ईरान पहुंचकर कोमा में आइसोलेशन सेंटर स्थापुित करेगी, जिसके बाद लोगों की स्क्रीनिंग की जा सकेगी।
अभी तक Covid-19 फैलने की पुख्ता वजह सामने नहीं आई है। हालांकि इससे बचने के लिए संक्रमित व्यक्ति से दूर रहने और साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखने की सलाह दी जा रही है क्योंकि ये वायरस एक-दूसरे के संपर्क में आने पर तेजी से फैलता है।
दुनिया के इन देशों में है कोरोना का असर
देश | केस | मौतें |
USA | 214 | 12 |
कनाडा | 37 | 00 |
फ्रांस | 377 | 06 |
यूके | 115 | 01 |
जर्मनी | 482 | 00 |
स्पेन | 259 | 03 |
इटली | 3,858 | 145 |
भारत | 31 | 00 |
चीन | 80,422 | 3013 |
साउथ कोरिया | 6088 | 35 |
जापान | 360 | 6 |
हांगकांग | 105 | 2 |
ऑस्ट्रेलिया | 55 | 2 |
न्यूजीलैंड | 03 | 00 |
डायमंड प्रिंसेस | 706 | 05 |
क्या है कोरोना के लक्षण?
बुखार, खांसी, सांस लेने में दिक्कत, ये सभी या इनमें से कोई लक्षण हो सकता है। गंभीर मामलों निमोनिया और सांस लेने में बहुत ज्यादा मुश्किल हो सकती है। कुछ दुर्लभ मामलों में इसका संक्रमण जानलेवा भी हो सकता है।इसके लक्षण सामान्य सर्दी ज़ुकाम जैसे होते हैं। इसीलिए टेस्ट करना ज़रूरी होता है ताकि पुष्टि हो सके कि संक्रमण कोरोना वायरस यानी कोविड-19 का ही है।
बचने के लिए उठाए यह कदम