कोरोना वायरस; बांग्लादेश ने रद्द की चीन में फंसे अपने 171 लोगों को वापस लाने की योजना

कोरोना वायरस प्रभावित चीन जाने के लिए किसी विमान का प्रबंध करने में नाकाम रहने के बाद बांग्लादेश ने वहां फंसे अपने 171 नागरिकों को वापस लाने की योजना रद्द कर दी है। दरअसल बांग्लादेशी विमान के चालक दल के सदस्यों ने चीन जाने से इनकार कर दिया है जिसके कारण बांग्लादेश को यह फैसला करना पड़ा।

Asianet News Hindi | Published : Feb 9, 2020 12:14 PM IST

ढाका. कोरोना वायरस प्रभावित चीन जाने के लिए किसी विमान का प्रबंध करने में नाकाम रहने के बाद बांग्लादेश ने वहां फंसे अपने 171 नागरिकों को वापस लाने की योजना रद्द कर दी है। दरअसल बांग्लादेशी विमान के चालक दल के सदस्यों ने चीन जाने से इनकार कर दिया है जिसके कारण बांग्लादेश को यह फैसला करना पड़ा।

विमान चालक दल का कोई सदस्य चीन जाने के लिए तैयार नहीं

सरकारी ‘बिमान एयरलाइंस’ का बोइंग 777-300 ईआर विमान एक फरवरी को 12 बच्चों और तीन नवजात शिशुओं समेत 312 बांग्लादेशी नागरिकों को चीन से लाया था। चीन में इस विषाणु के कारण 811 लोगों की मौत हो चुकी है और 37,000 अन्य लोग इससे संक्रमित हैं। ‘बीडीन्यूज24डॉटकॉम’ ने बांग्लादेश के विदेश मंत्री ए के अब्दुल मोमेन के हवाले से बताया, ‘‘हम कोई विमान नहीं भेज सकते। चालक दल का कोई सदस्य भी वहां जाने के लिए तैयार नहीं है। इसलिए, हमने उन्हें (फंसे हुए बांग्लादेशी नागरिकों को) इंतजार करने को कहा है।’’ सरकार ने बताया कि ऐसे 171 बांग्लादेशी हैं जो देश लौटना चाहते हैं लेकिन उन्हें वापस नहीं लाया सकता।

अब केवल चीनी विमान ही बांग्लादेशी नागरिकों को वापस भेज सकता है

मोमेन ने इन खबरों को खारिज किया कि चीन में फंसे कुछ बांग्लादेशी नागरिकों ने आवागमन पर प्रतिबंधों के कारण खाद्य एवं पेयजल की कमी की शिकायत की है। उन्होंने कहा कि चीनी प्राधिकारी उन 23 स्थानों पर खाद्य पदार्थ एवं पेयजल पहुंचा रहे हैं जहां बांग्लादेशी रहते हैं और बीजिंग में बांग्लादेशी दूतावास वहां फंसे बांग्लादेशियों के नियमित संपर्क में है।

रिपोर्ट के अनुसार मंत्री ने कहा कि केवल चीनी चार्टर्ड विमान ही बांग्लादेशी नागरिकों को वापस ला सकता है। उन्होंने कहा, ‘‘चीनी प्राधिकारियों ने पहले इस पर सहमति जताई थी, लेकिन बाद में उन्होंने इनकार कर दिया। हम वहां कोई विमान भेजने में सक्षम नहीं हैं।’’

(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)

(फाइल फोटो)

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