10 अप्रैल को पाकिस्तान के वजीरे आजम(Prime minister) की कुर्सी से उतारे गए इमरान खान(Imran Khan) ने मौजूदा सरकार (PML-N) की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा है कि अगर वे अगर वे अधिक समय तक सत्ता में रहे, तो वे पाकिस्तान को श्रीलंका बना देंगे। इमरान खान ने जल्द से जल्द चुनाव की तारीख और विधानसभाओं को भंग करने की मांग की है।
इस्लामाबाद. जैसा की पाकिस्तान की मौजूदा आर्थिक स्थिति को लेकर उसके 'पतन' की आशंका जताई जा रही है, पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान भी यही बात दुहराने लगे हैं। 10 अप्रैल को पाकिस्तान के वजीरे आजम(Prime minister) की कुर्सी से उतारे गए इमरान खान(Imran Khan) ने मौजूदा सरकार (PML-N) की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा है कि अगर वे अगर वे अधिक समय तक सत्ता में रहे, तो वे पाकिस्तान को श्रीलंका बना देंगे। इमरान खान ने जल्द से जल्द चुनाव की तारीख और विधानसभाओं को भंग करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि मुद्रास्फीति(inflation) की लहर चल रही है, क्योंकि जब रुपये का अवमूल्यन होता है, तो इसका असर हर चीज पर पड़ता है।
इस्लामाबाद को घेरने की तैयारी में इमरान खान
अपनी कुर्सी चली जाने के बाद भी इमरान खान के तेवर नरम नहीं पड़े हैं। राजधानी इस्लामाबाद तक देशव्यापी रैली(long march) की तैयारी कर रहे हैं। शुक्रवार को पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि रविवार को पेशावर में पीटीआई कोर कमेटी(PTI core committee meeting) मीटिंग बुलाई गई है। इसमें इस्लामाबाद तक उनके लंबे मार्च का फैसला लिया जाएगा। मुल्तान में एक रैली को संबोधित करते हुए इमरान खान ने कहा कि 'इस्लामाबाद मार्च' 25 मई से 29 मई के बीच किसी भी दिन आयोजित किया जा सकता है। इमरान खान ने मांग की है कि नेशनल असेंबली को तुरंत भंग कर दिया जाए और चुनाव की तारीख की घोषणा की जाए। पूर्व पीएम ने दावा किया कि पुलिस अधिकारियों, सेना के जवानों, सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारियों और सिविल सेवकों ने आश्वासन दिया है कि उनके परिवार इस्लामाबाद मार्च में हिस्सा लेंगे। इमरान खान ने कहा कि मार्च शुरू करने का उनका निर्णय राजनीति पर आधारित नहीं था, उन्होंने कहा कि यह एक क्रांति है, जो पाकिस्तान को एक महान राष्ट्र बनाएगी। उन्होंने कहा कि 30 साल से पाकिस्तान पर शासन करने वाले सत्ताधारी अभिजात वर्ग अमेरिका को इस तरह से खुश कर रहा है कि देश ने अपना सम्मान और सम्मान खो दिया है।
10 अप्रैल को कुर्सी से हटना पड़ा था
10 अप्रैल को प्रधान मंत्री के रूप में अपने पद से हटने के बाद से इमरान ने देश भर में बड़ी सार्वजनिक रैलियों की एक सीरिज चला रहे हैं। वे अपने निष्कासन को एक विदेशी साजिश करार देते आए हैं। इमरान खान ने जनता से राजधानी तक मार्च की तैयारी करने का आग्रह किया गया है, ताकि देश में तत्काल चुनाव हो सकें। पीएमएल-एन के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार की आलोचना करते हुए इमरान ने कहा, "वे साजिश में व्यस्त थे, लेकिन अब जब उन्होंने सत्ता संभाली है, तो उन्हें हमें बताना चाहिए कि वे देश पर शासन करने के लिए अब संघर्ष क्यों कर रहे हैं।" इमरान खान ने दावा किया कि उनकी सरकार ने रिकॉर्ड कर( tax) एकत्र किया। उनके कार्यकाल के दौरान आईटी निर्यात में 75 प्रतिशत की वृद्धि हुई और पूरे उपमहाद्वीप में पाकिस्तान की रोजगार दर सबसे अधिक थी। (ये तस्वीरें इमरान खान की मुल्तान जनसभा की हैं। दूसरी तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर है, जिसकी हम पुष्टि नहीं करते
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