बांग्लादेश में हिंदू भक्तों को ले जा रही नाव डूबी, 24 लोगों की मौत, मरने वालों में अधिकतर महिलाएं-बच्चे

इस नाव हादसे के बाद राष्ट्रपति अब्दुल हमीद और पीएम शेख हसीना ने शोक जताया है। दोनों राष्ट्र प्रमुखों ने कहा कि इस हादसे में घायल लोगों के इलाज का जिम्मा सरकार उठाएगी। मृतकों के परिजन को आर्थिक सहायता व अन्य मदद दिया जाएगा।

Dheerendra Gopal | Published : Sep 25, 2022 4:25 PM IST

Hindu Devotees boat capsized in Bangladesh: बांग्लादेश में एक बार फिर बड़ा हादसा हो गया। रविवार को हिंदू भक्तों को एक मंदिर के दर्शन के लिए ले जा रही नाव डूब गई। इस हादसे में कम से कम 24 लोगों की मौत हो गई है। जबकि एक दर्जन से अधिक लापता हैं। नाव पर करीब 70 लोग सवार थे। यह नाव यहां की सदियों पुरानी बोदेश्वरी मंदिर में दर्शन के लिए लोगों को ले जा रही थी। मरने वालों में सबसे अधिक महिलाएं और बच्चे शामिल हैं।

पंचगढ़ में हुआ हादसा

यह हादसा बांग्लादेश के पंचगढ़ जिले की है। सदियों पुरानी बोदेश्वरी मंदिर में हजारों भक्त दुर्गा पूजा उत्सव की शुरूआत महालय के लिए देवी मां के दर्शन को पहुंचते हैं। एक नाव पर सवार होकर लोग मंदिर जा रहे थे। हर साल यहां दुर्गा पूजा के महालय के लिए हजारों की संख्या में लोग पहुंचते हैं। पंचगढ़ के बोडा उप जिला प्रशासनिक प्रमुख सोलेमान अली ने बताया कि इंजन वाले नाव पर करीब 70 के आसपास लोग सवार होकर नदी के रास्ते मंदिर जा रहे थे। क्षमता से अधिक लोगों की वजह से नाव डूब गई। डूबने वालों में अधिकतर महिलाएं और बच्चे हैं जो तैरना नहीं जानते थे। उन्होंने बताया कि इस हादसे में कम से कम 24 लोगों की मौत हुई है। मरने वालों में 12 महिलाएं और 8 बच्चे हैं। एक दर्जन के आसपास लापता हैं। 

गोताखोरों को लगाया गया

सोलोमन अली ने बताया कि लापता लोगों की तलाश के लिए स्थानीय गोताखोरों को लगाया गया है। नाव पर कम से कम 70 लोग सवार थे। यह संख्या नाव की अपनी क्षमता से काफी अधिक है।

राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री ने शोक जताया

इस नाव हादसे के बाद राष्ट्रपति अब्दुल हमीद और पीएम शेख हसीना ने शोक जताया है। दोनों राष्ट्र प्रमुखों ने कहा कि इस हादसे में घायल लोगों के इलाज का जिम्मा सरकार उठाएगी। मृतकों के परिजन को आर्थिक सहायता व अन्य मदद दिया जाएगा।

हर साल बांग्लादेश में सैकड़ों मौतें नाव दुर्घटनाओं की वजह से

बांग्लादेश नदियों से घिरा हुआ है। यहां बड़ी संख्या में नदियों के होने की वजह से नाव से आवागमन आम बात है। हालांकि, अत्यधिक क्षमता में लोगों के नाव पर बैठकर इधर-उधर सफर करने की वजह से आए दिन नाव हादसे होते रहते हैं। हर साल यहां सैकड़ों जानें नाव दुर्घटनाओं की वजह से होते रहते हैं। मई में क्षमता से अधिक लोगों को ले जा रही स्पीडबोट के रेत से लदे बल्क कैरियर से टकराने के बाद हुई दुर्घटना में पद्मा नदी में डूबने से 26 लोगों की मौत हो गई थी।

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