मालदीव की पूर्व रक्षा मंत्री बोलीं- भारत हमारा 911, हर मुश्किल में की मदद, सरकार जारी रखे इंडिया फर्स्ट नीति

मालदीव की पूर्व रक्षा मंत्री मारिया अहमद दीदी ने कहा कि भारत हमारा 911 जैसा है। हमने जब भी मदद मांगी भारत ने मदद की है। सरकार को इंडिया फर्स्ट नीति जारी रखनी चाहिए।

नई दिल्ली। मालदीव की सरकार के मंत्रियों द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत के लोगों के खिलाफ अपमानजनक बातें किए जाने के बाद शुरू हुआ विवाद थम नहीं रहा है। इस बीच मालदीव की पूर्व रक्षा मंत्री मारिया अहमद दीदी ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियां मालदीव सरकार की "अदूरदर्शिता" दिखाती है। भारत भरोसेमंद सहयोगी है। भारत हमारा 911 है। इसने हर मुश्किल में हमारी मदद की है। भारत ने रक्षा सहित विभिन्न क्षेत्रों में सहायता की है।

मारिया अहमद ने कहा, "हम एक छोटा देश हैं जो सभी का दोस्त है। हम इस बात से इनकार नहीं कर सकते कि हमारी सीमाएं भारत के साथ लगती हैं। हम एक जैसी सुरक्षा चिंताओं को शेयर करते हैं। भारत ने हमेशा हमारी मदद की है। उन्होंने रक्षा क्षेत्र हमारी क्षमता बढ़ाई। हमें उपकरण दिए, आत्मनिर्भर बनने की कोशिश में हमारी मदद कर रहे हैं।"

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बीमार होने पर इलाज के लिए भारत जाते हैं

मालदीव की पूर्व रक्षा मंत्री ने कहा, "भारत हमारा 911 कॉल है। जब भी हमें जरूरत होती है हम कॉल करते हैं और आप सभी हमारी मदद के लिए आते हैं। जब आप दोस्तों के बारे में ऐसी अपमानजनक बातें देखते हैं तो यह लोगों के लिए दुखद है। मालदीव सरकार को सभी के साथ दोस्त होने की अपनी पारंपरिक विदेश नीति बनाए रखनी चाहिए। हमारी हमेशा से इंडिया फर्स्ट की नीति रही है। मुझे आशा है कि वे इसे जारी रखेंगे। सरकार मालदीव के लोगों की भावनाओं को ध्यान में रखे। बीमार होने पर हम इलाज के लिए भारत जाते हैं। हमारे पास मालदीव में कुछ बीमारियों का इलाज करने की सुविधा नहीं है। कोरोना महामारी के समय भारत ने हमें टीका दिया।"

विदेश मंत्रालय ने मालदीव के दूत को किया तलब

भारत के विदेश मंत्रालय ने सोमवार को भारत में मालदीव के दूत को तलब किया। भारत सरकार ने मालदीव को तीन निलंबित मंत्रियों द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अपमानजनक सोशल मीडिया पोस्ट किए जाने पर अपनी कड़ी चिंताओं से अवगत कराया। वहीं, माले में मालदीव सरकार ने भारतीय उच्चायुक्त मुनु मुहावर को बताया कि पीएम मोदी के खिलाफ टिप्पणी उनके विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करती है।

कैसे शुरू हुआ भारत-मालदीव विवाद?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2-3 जनवरी को लक्षद्वीप की यात्रा की। बाद में उन्होंने लक्षद्वीप यात्रा की कई तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया। इनमें पीएम मोदी की स्नॉर्कलिंग की तस्वीरें भी थीं। पीएम मोदी ने लोगों से लक्षद्वीप आने की अपील की। इसके बाद सोशल मीडिया पर पीएम मोदी के लक्षद्वीप यात्रा की तस्वीरें और वीडियो वायरल हो गईं। गूगल सर्च पर लक्षद्वीप टॉप ट्रेंड में पहुंच गया।

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सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने लक्षद्वीप की तुलना मालदीव से की और कहा कि भारत के लोग मालदीव की जगह लक्षद्वीप जाना पसंद करेंगे। इसके बाद मालदीव के मंत्रियों और सत्ताधारी पार्टी के अहम नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत के लोगों के खिलाफ अमानजनक बातें की, जिससे लोगों का गुस्सा भड़क गया और सोशल मीडिया पर बाइकॉट मालदीव ट्रेंड करने लगा। पीएम मोदी और भारत के खिलाफ बातें करने के लिए मालवीद के तीन मंत्रियों को पद से हटाया गया है।

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