सार
भारत और मालदीव के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है क्योंकि मालदीव के तीन मंत्रियों ने पीएम मोदी के खिलाफ अभद्र टिप्पणी की थी। मालदीव ने घटना पर कड़ा एक्शन लिया और तीनों मंत्रियों को बर्खास्त कर दिया है।
India-Maldives Row. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ टिप्पणी करना मालदीव को भारी पड़ता दिख रहा है। भारत ने सोमवार को मालदीव के राजदूत इब्राहिम शाहीब को तलब किया और अपना विरोध दर्ज कराया। वहीं, देश के अलग-अलग सेक्टर्स से मालदीव का विरोध जारी है। दूसरी तरफ मालदीव सरकार ने पीएम मोदी के खिलाफ टिप्पणी करने वाले तीनों मंत्रियों को बर्खास्त कर दिया है।
भारत-मालदीव तनाव में अब तक क्या हुआ-10 प्वाइंट्स
- सोमवार सुबह भारतीय विदेश मंत्रालय ने मालदीव के राजदूत इब्राहिम शाहीब को तलब किया। वे दिल्ली स्थित विदेश मंत्रालय ऑफिस पहुंचे।
- मालदीव सरकार ने पीएम मोदी के खिलाफ टिप्पणी करने वाले तीनों मंत्रियों मरयम शिउना, मालसा शरीफ और महजूम माजिद को बर्खास्त कर दिया है।
- मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति ने मंत्रियों की टिप्पणी पर कड़ा ऐतराज जताया है। कहा कि सरकार को इनके बयानों से तत्काल किनारा करना चाहिए।
- मालदीव सरकार ने बयान जारी किया है कि तीनों मंत्रियों की टिप्पणी उनके निजी विचार हैं। सरकार उनके विचारों को प्रदर्शित नहीं करती है।
- भारत की बड़ी ट्रैवल कंपनी EaseMyTrip ने मालदीव की सभी फ्लाइट्स बुकिंग को कैंसिल कर दिया है और देश के साथ एकजुटता दिखाई है।
- मालदीव की सांसद इवा अब्दुल्ला ने कहा है कि भारतीयों का गुस्सा जायज है। मंत्रियों की टिप्पणी को किसी भी तरह स्वीकार नहीं किया जा सकता।
- भारत में बड़ी संख्या में लोगों ने मालदीव का टूर कैंसिल कर दिया है और सोशल मीडिया पर भी विरोध प्रदर्शित किया है।
- भारत में सोशल मीडिया पर #BoycottMaldives ट्रेंड कर रहा है। लोग अपनी मालदीव यात्रा रद्द करने की जानकारी दे रहे हैं।
- बॉलीवुड के सुपरस्टार अक्षय कुमार, जॉन अब्राहम और पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने लक्षद्वीप की यात्रा करने की अपील जारी की है।
- सोशल मीडिया पर #ChaloLakshadweepCampaign चलाया जा रहा है लोगों से मालदीव यात्रा रद्द करने के लिए कहा जा रहा है।
कब और कैसे शुरू हुआ मालदीव का विरोध
हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लक्षद्वीप की यात्रा की थी और उस दौरान लक्षद्वीप के समुद्र तटों की खूबसूरत तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर कीं। पीएम मोदी ने लक्षद्वीप को टूरिस्ट स्पॉट के तौर पर पहचान दिलाने की बात कही, जिसके बाद लोग समर्थन में आ गए। इससे चिढ़े मालदीव के मंत्री ने भारत के बारे में गलत बयानबाजी की और सोशल मीडिया पर पीएम मोदी के खिलाफ भी अभद्र कमेंट कर दिया। फिर भारत की तरफ से प्रतिक्रिया शुरू हो गई और लोगों ने धड़ाधड़ बुकिंग्स कैंसिल करनी शुरू कर दी। यह सिलसिला अभी तक जारी है।
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