मालदीव की सत्तारूढ़ पार्टी प्रोग्रेसिव पार्टी ऑफ मालदीव (पीपीएम) के नेता जाहिद रमीज ने भारतीयों के खिलाफ नस्लवादी टिप्पणी की है। इससे लोगों का गुस्सा भड़क गया है। लोग सोशल मीडिया पर Boycott Maldives अभियान चला रहे हैं। 

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले दिनों लक्षद्वीप की यात्रा की। उन्होंने लक्षद्वीप में बिताए पलों की कुछ शानदार तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर की। इसके बाद लक्षद्वीप गूगल सर्च में टॉप पर पहुंच गया। पर्यटन स्थलों के लिहाज से लक्षद्वीप मालदीव को टक्कर को टक्कर देता है। अगर पर्यटक लक्षद्वीप अधिक जाते हैं तो इसका सीधा असर मालदीव को होगा। यही वजह है कि पीएम द्वारा लक्षद्वीप के सुंदर समुद्र तटों का प्रचार किए जाने से मालदीव के सत्तारूढ़ पार्टी को मिर्च लगी है।

मालदीव की सत्तारूढ़ पार्टी प्रोग्रेसिव पार्टी ऑफ मालदीव (पीपीएम) के नेता जाहिद रमीज ने भारतीयों का मजाक उड़ाने के लिए एक्स पर गंदी बात की है। इससे लोगों का गुस्सा भड़क गया है। लोगों ने Boycott Maldives अभियान शुरू कर दिया है।

पीएम मोदी ने 4 जनवरी को लक्षद्वीप की अपनी कुछ तस्वीरें शेयर की थीं। एक्स यूजर सिन्हा ने लक्षद्वीप के समुद्र तट पर पीएम मोदी के टहलने की वीडियो पोस्ट की। इसके साथ ही उन्होंने लिखा, "क्या बढ़िया कदम है! यह मालदीव की नई चीनी कठपुतली सरकार के लिए एक बड़ा झटका है। इससे लक्षद्वीप में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।"

सिन्हा के पोस्ट के जवाब में जाहिद रमीज ने लिखा, "यह कदम बहुत अच्छा है। हालांकि हमसे कंपटीशन करने का विचार भ्रामक है। वे (भारतीय लोग) हमारे द्वारा दी जाने वाली सेवा कैसे दे सकते हैं? वे इतने साफ कैसे हो सकते हैं? कमरों में आने वाली स्थायी गंध सबसे बड़ी गिरावट होगी।"

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इस पोस्ट के बाद कई एक्स यूजर्स ने जाहिद रमीज पर नस्लवादी बयान देने के चलते आक्रोश व्यक्त किया। लोगों ने मालदीव का बहिष्कार करने और लक्षद्वीप को पसंदीदा पर्यटन स्थल के रूप में बढ़ावा देने की बात की। @Abhind8 हैंडल से एक यूजर ने लिखा, "भारतीयों को मालदीव का बहिष्कार करना चाहिए। इसकी जगह लक्षद्वीप जाना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हमारे इस खूबसूरत केंद्र शासित प्रदेश के लिए रुचि पैदा करने के लिए धन्यवाद।"

एक अन्य एक्स यूजर ने लिखा, "एक साल बाद पर्यटकों की संख्या के आंकड़ों की जांच करने पर एक उछाल दिखाई देगा। यह मालदीव को भी पीछे छोड़ सकता है। मालदीव के हालिया घटनाक्रम को देखते हुए, यह उनके लिए एक संदेश हो सकता है कि भारत के पर्यटक उसकी अर्थव्यवस्था के लिए क्या मायने रखते हैं। मुझे लगता है कि बहुत देर हो चुकी है।"

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@HinduHate हैंडल के एक अन्य एक्स यूजर ने भी रमीज के नस्लवादी टिप्पणी की निंदा की। उन्होंने कहा, “पीएम मोदी की लक्षद्वीप यात्रा के बाद मालदीव आने वाले भारतीय पर्यटकों की संख्या में कमी की संभावना है। मालदीव के सरकारी अधिकारी का कहना है कि हमारे कमरों में बदबू आती है। भारतीयों उन लोगों पर पैसा खर्च करना बंद करो जो इसके लायक नहीं हैं। उन्हें झुका दो!”

जाहिद रमीज ने मांगी थी भारत की नागरिकता

@हिन्दूहेट की पोस्ट के जवाब में एक अन्य यूजर ने इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे भारतीयों का अपमान करने वाले जाहिद रमीज ने हाल ही में भारतीय नागरिकता मांगी थी। एक्स यूजर संदीप नील ने रमीज की 28 जून 2023 की पोस्ट का स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए लिखा, "वह भारतीय नागरिकता मांग रहा है। विदेश मंत्रालय और गृह मंत्रालय यह सुनिश्चित करें कि जाहिद रमीज जैसे नफरत फैलाने वाले लोगों को भारतीय नागरिकता पाने से रोका जाए।" 

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दरअसल, जाहिद रमीज की पोस्ट से पता चलता है कि 28 जून 2023 को उन्होंने मालदीव में भारतीय उच्चायोग को टैग किया था और उनसे उन्हें भारत की नागरिकता देने का आग्रह किया था। 

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चीन समर्थक हैं मालदीव के नए राष्ट्रपति

गौरतलब है कि प्रोग्रेसिव पार्टी ऑफ मालदीव (पीपीएम) हाल ही में सत्ता में आई है। डॉ. मोहम्मद मुइज्जू पूर्व राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह को हराकर राष्ट्रपति बने हैं। इब्राहिम मोहम्मद सोलिह ने भारत के साथ अच्छे संबंध रखने पर बल दिया था। इसके उलट मोहम्मद मुइज्जू चीन समर्थक हैं। राष्ट्रपति बनने के बाद उन्होंने भारत के साथ मालदीव के संबंधों को नुकसान पहुंचाने वाले कई काम किए हैं। मुइज्जू ने भारत से कहा है कि वह मालदीव से अपने सैनिकों को वापस बुला ले।