कुंवारों ने दे रखी है इस मुस्लिम देश को टेंशन, डेटिंग ऐप बनाकर निकाह कराने के पीछे पड़ी सरकार

जनसंख्या का अप्रत्याशित बढ़ना और घटना दोनों परेशानी का कारण बनते हैं। भारत  में इस समय जनसंख्या नियंत्रण का मुद्दा गर्माया हुआ है; जबकि मुस्लिम देश ईरान को टेंशन है कि उसके यहां शादियां कम हो रहीं, जबकि तलाक अधिक। ऐसे में उसने शादियों को बढ़ावा देने यहां का पहला इस्लामिक डेटिंग ऐप हमसफर लॉन्च किया है।

Asianet News Hindi | Published : Jul 14, 2021 5:52 AM IST / Updated: Jul 14 2021, 12:45 PM IST

तेहरान. दुनिया के कई देश जनसंख्या के बेहिसाब बढ़ने या घटने से परेशान हैं। भारत बढ़ती जनसंख्या को रोकने कोशिशें कर रहा है। कई राज्य जनसंख्या नियंत्रण बिल लाने की दिशा में शुरुआत कर चुके हैं। चीन घटती आबादी से परेशान होकर नई पॉलिसी ले आया है। आमतौर पर मुस्लिम समुदाय को आबादी बढ़ाने वाला माना जाता रहा है। लेकिन मुस्लिम देश ईरान इसका अपवाद है। यह देश कुंवारों से परेशान हैं। यहां निकाह कम हो रहे हैं, तलाक अधिक। इसी समस्या को देखते हुए सरकार ने एक इस्लामिक डेटिंग ऐप 'हमसफर' को प्रमोट करना शुरू कर दिया है। वाशिंगटन पोस्ट और ईरानी मीडिया के अनुसार, तेबियान मीडिया इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर कामिल खोजस्तेह(Kamil Khojasteh) ने इस डेटिंग ऐप की लॉन्चिंग कराई है।

निकाह की आयु सीमा घटाने पर भी चल रहा विचार
एसोसिएटेड प्रेस के मुताबिक ईरान में 18 से 35 वर्ष की आयु के लगभग 13 लाख लोग कुंवारे हैं। अगर 2019 की बात करें, तो यहां 170,000 से अधिक तलाक हुए, जबकि निकाह 520,000 के करीब। इस ऐप को प्रमोट करने का मकसद तलाक की बढ़ती दरों के बीच निकाह को बढ़ावा देना है। बता दें कि देश के इस्लामिक संगठन से जुड़े तेबियान सांस्कृतिक केंद्र अपनी वेबसाइट के जरिये निकाह संबंधी परामर्श भी देता है। ईरान में प्रजनन दर पिछले 8 वर्षों में यानी 2019 में सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई है। ऐसे में यहां निकाह की उम्र घटाने पर भी विचार किया जा रहा है।

सरकार जनसंख्या बढ़ाने की दिशा में काम रही है
तेहरान टाइम्स के मुताबिक, ईरानी संसद में मार्च में जनसंख्या बढ़ाने एक योजना पारित की गई थी। इसमें बांझ दम्पती (infertile couples) के स्वास्थ्य बीमा, पढ़ाई कर रहीं मांओं और गर्भवती महिलाओं की चिकित्सा सुविधा को बेहतर करने का प्रयास किया गया है। इसके अलावा सरकार युवा कपल को बच्चे पैदा करने के लिए प्रोत्साहित भी कर रही है। इस दिशा में काम कर रहे गैर सरकारी संगठनों को आर्थिक मदद भी दी जा रही है।

फोटो साभार-अलजजीरा

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