पाकिस्तान के परमाणु कार्यक्रमों के जनक डॉ.अब्दुल कादिर खान नहीं रहे, जानिए भारत से क्या रहा नाता

पिछले महीने, खान ने शिकायत की थी कि न तो प्रधानमंत्री इमरान खान और न ही उनके किसी कैबिनेट सदस्य ने अस्पताल में इलाज के दौरान उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली।
 

Asianet News Hindi | Published : Oct 10, 2021 6:02 AM IST

इस्लामाबाद। पाकिस्तान के परमाणु कार्यक्रम के जनक माने जाने वाले परमाणु वैज्ञानिक (Nuclear Scientist) डॉ. अब्दुल कादिर खान (Dr Abdul Qadeer Khan) का रविवार की सुबह इस्लामाबाद (Islamabad) में निधन हो गया। वह 85 साल के थे। पाक मीडिया के अनुसार कुछ दिन पहले डॉ.कादिर को एक स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उनकी तबीयत बिगड़ गई थी। वह फेफेड़ों की समस्या से ग्रसित थे।

पाकिस्तान के सरकारी एसोसिएटेड प्रेस के अनुसार, डॉ खान को 26 अगस्त को खान रिसर्च लेबोरेटरीज अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जब उन्होंने कोविड -19 के लिए सकारात्मक परीक्षण किया था। बाद में, उन्हें रावलपिंडी के एक सैन्य अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया, लेकिन वायरस से उबरने के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई।

पिछले महीने, खान ने शिकायत की थी कि न तो प्रधानमंत्री इमरान खान और न ही उनके किसी कैबिनेट सदस्य ने अस्पताल में इलाज के दौरान उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली।

कई आरोप लगे डॉ.खान पर

अब्दुल कादिर खान 2004 में बड़े पैमाने पर वैश्विक परमाणु घोटाले के केंद्र में थे। नाटकीय घटनाक्रम की एक श्रृंखला में, तत्कालीन सेना प्रमुख और राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने उन पर परमाणु सामग्री के लिए दुष्प्रचार नेटवर्क चलाने का आरोप लगाया था। मुशर्रफ की घोषणा के कुछ ही समय बाद, खान द्वारा एक रिकॉर्डेड इकबालिया बयान प्रसारित किया गया था जिसमें उन्होंने सभी परमाणु प्रसार के लिए पूरी तरह से जिम्मेदारी ली थी जो कि खुलासा किया गया था।

भोपाल में जन्में थे डॉ. खान

अविभाजित भारत के भोपाल में 1936 में जन्मे डॉ. खान अपने परिवार के साथ 1947 में उपमहाद्वीप के विभाजन के बाद पाकिस्तान चले गए थे।

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