चीन को हर हरकत पर मिलेगा करारा जवाब, अमेरिका के इस कदम से मजबूत होगी भारत की सेना

भारत और चीन विवाद को देखते हए अमेरिका यूरोप से अपनी सेना कम कर दक्षिण एशिया में तैनात करेगा। अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने ब्रसेल्स फोरम के एक समिट में यह जानकारी दी। पोम्पिओ ने कहा, भारत के साथ खूनी संघर्ष समेत चीनी सेना की हरकतों को देखते हुए अमेरिका इन चुनौतियों के लिए पूरी तरह तैयार है। 

Asianet News Hindi | Published : Jun 26, 2020 2:12 AM IST / Updated: Jun 26 2020, 08:09 AM IST

वॉशिंगटन. भारत और चीन विवाद को देखते हए अमेरिका यूरोप से अपनी सेना कम कर दक्षिण एशिया में तैनात करेगा। अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने ब्रसेल्स फोरम के एक समिट में यह जानकारी दी। पोम्पिओ ने कहा, भारत के साथ खूनी संघर्ष समेत चीनी सेना की हरकतों को देखते हुए अमेरिका इन चुनौतियों के लिए पूरी तरह तैयार है। 

पोम्पिओ ने कहा, भारत के साथ सीमा टकराव और चीनी आर्मी की सैन्य कार्रवाई से भारत, वियतनाम समेत अन्य देशों में खतरा बढ़ गया है।

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दक्षिण एशिया में शिफ्ट करेंगे सेना
पोम्पिओ से पूछा गया कि जर्मनी में सेना कम क्यों की जा रही है? इस उन्होंने कहा, जो अमेरिकी सैनिक वहां से हटाए गए हैं, उन्हें अन्य जगहों पर चुनौतियों का सामना करने के लिए भेजा जा रहा है। हाल ही में चीनी आर्मी की हरकतों को देखते हुए भारत, वियतनाम, मलेशिया, फिलीपींस और साउथ चाइना सी में खतरा बढ़ गया है। अमेरिकी सेना इन चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार है। 
 
भारत के साथ खूनी टकराव इसका सबूत
उन्होंने कहा, भारत के साथ हाल ही में सीमा पर विवाद खूनी संघर्ष हुआ है। यह चीन की साउथ चाइना सी में उसकी आर्थिक नीतियों का सबूत है। 

ट्रम्प ने की समीक्षा
कुछ समय पहले ट्रम्प ने दुनिया के तमाम देशों में उनकी सेना की तैनाती को लेकर समीक्षा की थी। पोम्पिओ ने कहा, कुछ जगहों पर अमेरिकी संसाधन कम होंगे, कुछ जगहों पर तैनाती बढ़ाई जाएगी। उन्होंने कहा, सैनिकों की तैनाती जमीनी स्थिति की वास्तविकता पर आधारित होगी। 

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