तालिबान एक-एक कर सभी राज्यों पर आधिपत्य जमा रहा। कहा जा रहा कि काबुल पर कब्जा करने में उसे करीब तीन महीने का और वक्त लग सकता है। लेकिन जिस तेजी से तालिबानी बढ़ रहे उससे सारे अनुमान ध्वस्त होते दिख रहे।
काबुल। तालिबान (Taliban) से अब काबुल (Kabul) दूर नहीं दिख रहा है। गजनी (ghazni) पर तालिबानियों ने पताका फहरा दिया है। पूरे अफगानिस्तान (Afghanistan) के प्रमुख शहरों पर कब्जा जमा चुके तालिबान के सामने अब सरकार समझौता करने का मन बना चुकी है। अफगानिस्तान सरकार ने तालिबानियों को हिंसा छोड़ सत्ता में साझेदार बनाने का ऑफर दिया है।
महज 150 किलोमीटर दूर अफगानिस्तान की सत्ता से
दरअसल, तालिबानियों ने गजनी पर कब्जा कर लिया है। अब वे राजधानी काबुल से महज 150 किलोमीटर की दूरी पर हैं। एक न्यूज एजेंसी के मुताबिक तालिबान ने वेस्ट अफगानिस्तान के हेरात में पुलिस हेडक्वार्टर (Police Headquarter) पर भी कब्जा कर लिया है। इससे साफ है कि तालिबान ने अगर काबुल पर कब्जा कर लिया तो पूरा अफगानिस्तान उनके कब्जे में होगा।
सरकार ने दिया सुलह का प्रस्ताव ताकि हिंसा हो बंद
अफगानिस्तान सरकार ने तालिबानियों के साथ सुलह की कोशिशें तेज कर दी है। दरअसल, काफी अधिक खून खराबे की वजह से सरकार अब और हिंसा नहीं चाहती है। उधर, तालिबान भी एक के बाद एक शहरों पर कब्जा करते जा रहा है। तालिबान ने अफगानिस्तान के करीब दस राज्यों पर कब्जा कर लिया है। कतर में सरकार के अधिकारी तालिबानियों से बातचीत कर रहे हैं।
एक न्यूज एजेंसी के अनुसार तालिबान को अफगानिस्तान सरकार ने हिंसा छोड़ने और सरकार में हिस्सेदार बनने का न्योता दिया है। हालांकि, तालिबान अभी इस ऑफर को स्वीकार नहीं किया है। बताया जा रहा है कि तालिबान एक-एक कर सभी राज्यों पर आधिपत्य जमा रहा। कहा जा रहा कि काबुल पर कब्जा करने में उसे करीब तीन महीने का और वक्त लग सकता है। लेकिन जिस तेजी से तालिबानी बढ़ रहे उससे सारे अनुमान ध्वस्त होते दिख रहे। तालिबान ने दसवें राज्य के रूप में गजनी पर कब्जा कर लिया है।
इन राज्यों पर तालिबानियों का हो चुका है कब्जा
जरांज, शबरगान, सर-ए-पोल, कुंदुज, तालेकान, ऐबक, फराह, पुल-ए-खुमरी, फैजाबाद, गजनी।
यह भी पढ़ें:
इंद्र 2021ः आतंकवाद के खात्मे के लिए भारत-रूस साथ-साथ बढ़ा रहे कदम
फंस गई ममता बनर्जी...तो क्या पांच नवम्बर के बाद देंगी इस्तीफा!
Make in India: स्वदेशी क्रूज मिसाइल का सफल परीक्षण, मिसाइल export कर भारत कमाएगा 5 ट्रिलियिन डॉलर