Triple Murder के लिए 43 साल पहले हुई थी सजा, सम्मानजनक जीवन के लिए 14.5 लाख डॉलर से अधिक मिला चंदा

यह वारदात 1978 की है। अमेरिका के मिसौरी में तीन लोगों की हत्या हुई थी। इस हत्याकांड के लिए केविन स्ट्रिकलैंड को आरोपी बनाया गया था। बाद में पुलिस द्वारा पेश किए गए साक्ष्यों के आधार पर उनको हत्याकांड का दोषी पाया गया और उनको सजा हो गई।

कंसास सिटी। अमेरिका (America) में ट्रिपल मर्डर (Triple Murder) के आरोप में एक व्यक्ति 43 साल तक जेल की सजा काटा। करीब चार दशक बाद आरोपी को गलत तरीके से दोषी ठहराए जाने की पुष्टि हुई तो न्यायालय ने सजा को पलट दिया। यूएस के लोगों ने गलत तरीके से सजा काटे व्यक्ति की मदद के लिए 14.5 लाख डॉलर से अधिक धन एकत्र किया जा चुका है। राज्य द्वारा मुआवजा मिले न मिले, लोगों ने उस पर धन की बारिश कर दी है। इस धन से वह सम्मानपूर्वक जीवन व्यतीत कर सकेंगे।

1978 की है वारदात

Latest Videos

दरअसल, यह वारदात 1978 की है। अमेरिका के मिसौरी (Missauri) में तीन लोगों की हत्या हुई थी। इस हत्याकांड के लिए केविन स्ट्रिकलैंड (Kevin Strickland) को आरोपी बनाया गया था। बाद में पुलिस द्वारा पेश किए गए साक्ष्यों के आधार पर उनको हत्याकांड का दोषी पाया गया और उनको सजा हो गई। केविन स्ट्रिकलैंड इस हत्याकांड की सजा काटने के साथ न्याय के लिए अपील करते रहे। 

करीब 43 साल बाद मिला न्याय

केविन स्ट्रिकलैंड को मिसौरी अपीलीय अदालत से न्याय मिला है। यहां केविन के खिलाफ पेश किए गए सारे सबूतों को न्यायालय ने खारिज कर दिया है। स्ट्रिकलैंड ने बताया कि वह घर पर हत्याकांड वाले दिन टीवी देख रहे थे और उनका 1978 में हुई उन हत्याओं से कोई लेना-देना नहीं था। घटना के वक्त वह 18 साल के थे। 

रिहाई के लिए 'मिडवेस्ट इनोसेंस प्रोजेक्ट' का अभियान 

तिहरे हत्याकांड में दोषी ठहराए गए केविन की रिहाई के लिए 'मिडवेस्ट इनोसेंस प्रोजेक्ट' ने अभियान चलाया। अभियान के तहत उनकी मदद के लिए चंदा भी एकत्र किया गया। यह इसलिए ताकि वह जेल से रिहाई के बाद सम्मानजनक जीवन जी सकें। 

क्यों राज्य से नहीं मिलेगा मुआवजा

दरअसल, अमेरिका में गलत फैसले पर राज्य द्वारा मुआवजा देने का भी प्रावधान है। लेकिन राज्य गलत फैसले की वजह से कारावास की सजा भुगतने वाले केवल उन्हीं लोगों को भुगतान की अनुमति देता है जिन्हें डीएनए साक्ष्य के माध्यम से दोषमुक्त किया गया हो। 62 वर्षीय स्ट्रिकलैंड राज्य के मानकों पर खरे नहीं उतरते इसलिए इसके योग्य नहीं होंगे।

मंगलवार को अदालत ने किया था दोषमुक्त

मिसौरी की अपीलीय अदालत के न्यायाधीश ने मंगलवार को केविन की रिहाई का आदेश दिया। न्यायालय ने केविन स्ट्रिकलैंड को दोषी ठहराने के लिए इस्तेमाल किए गए सबूतों को नकार दिया गया था। 

रिहाई के बाद ईश्वर का किया शुक्रिया अदा

करीब 43 साल के बाद दोषमुक्त हुए केविन स्ट्रिकलैंड किशोरावस्था में अरेस्ट हुए थे। अब जेल से छूटने के बाद वह बेहद खुश हैं। जेल से छूटने पर उन्होंने कहा कि वह ''ईश्वर के शुक्रगुजार हैं।'' बता दें कि केविन स्ट्रिकलैंड की मदद के लिए शनिवार शाम तक 14.5 लाख अमेरिकी डॉलर से अधिक का चंदा जुटाया गया था।

Read this also:

BJP सांसद Gautam Gambhir को तीसरी धमकी, दिल्ली पुलिस कुछ नहीं उखाड़ सकती, हमारे जासूस पुलिस में

Parliament winter session: सर्वदलीय बैठक में PM Modi नहीं गए, कांग्रेस ने पूछा सवाल, AAP का वॉकआउट

NITI Aayog: Bihar-Jharkhand-UP में सबसे अधिक गरीबी, सबसे कम गरीब लोग Kerala, देखें लिस्ट

Share this article
click me!

Latest Videos

Maharashtra Election 2024: 'कटेंगे-बटेंगे' के खिलाफ बीजेपी में ही उठने लगे सवाल। Pankaja Munde
UPPSC Student Protest: प्रयागराज में क्या है छात्रों की प्रमुख मांग, चौथे भी डटे हुए हैं अभ्यर्थी
'मुझे लव लेटर दिया... वाह मेरी महबूबा' ओवैसी का भाषण सुन छूटी हंसी #Shorts
पनवेल में ISKCON में हुआ ऐसा स्वागत, खुद को रोक नहीं पाए PM Modi
कागजों पर प्लान, सिर्फ ऐलान... क्यों दिल्ली-NCR को नहीं मिल रही धुआं-धुआं आसमान से मुक्ति?