Nancy Pelosi Taiwan Visit: चीन की धमकियों के बीच ताइवान पहुंची अमेरिकी हाउस स्पीकर, पढ़िए क्या किया ट्वीट

अमेरिकी हाउस स्पीकर नैन्सी पेलोसी की ऐतिहासिक यात्रा को लेकर ताइवान दुनिया की दो महाशक्तियों के बीच टकराव का केंद्र बन गया है। चीन की धमकियों के बीच एक अतिसुरक्षित विमान में नैन्सी पेलोसी ताइवान की धरती पर लैंड कर चुकी हैं।

Dheerendra Gopal | Published : Aug 2, 2022 3:27 PM IST / Updated: Aug 02 2022, 09:23 PM IST

Nancy Pelosi Taiwan Visit: अमेरिकी हाउस स्पीकर नैन्सी पेलोसी ताइवान पहुंच चुकी है। चीन की धमकियों और चेतावनियों के बीच ताइवान पहुंची नैन्सी ने ट्वीट कर चीन का जवाब भी दिया है। उन्होंने कहा कि अमेरिकी डेलीगेशन की ताइवान यात्रा, यहां के जीवंत लोकतंत्र के समर्थन के लिए है। अमेरिका ताइवान के लोकतंत्र का सम्मान करता है और उसके प्रति अटूट प्रतिबद्धता है।

क्या ट्वीट किया है नैन्सी पेलोसी ने?

ताइवान पहुंचने के बाद नैन्सी पेलोसी ने ट्वीट किया कि...हमारे प्रतिनिधिमंडल की ताइवान यात्रा ताइवान के जीवंत लोकतंत्र का समर्थन करने के लिए अमेरिका की अटूट प्रतिबद्धता का सम्मान करती है। ताइवान के नेतृत्व के साथ हमारी चर्चा हमारे साझेदार के लिए हमारे समर्थन की पुष्टि करती है। एक स्वतंत्र और खुले हिंद-प्रशांत क्षेत्र को आगे बढ़ाने सहित हमारे साझा हितों को बढ़ावा देती है।

हमारी यात्रा सिंगापुर, मलेशिया, दक्षिण कोरिया और जापान सहित भारत-प्रशांत की हमारी व्यापक यात्रा का हिस्सा है - जो पारस्परिक सुरक्षा, आर्थिक साझेदारी और लोकतांत्रिक शासन पर केंद्रित है। ताइवान के नेतृत्व के साथ हमारी चर्चा हमारे साझेदार के लिए हमारे समर्थन की पुष्टि करने और एक स्वतंत्र और खुले हिंद-प्रशांत क्षेत्र को आगे बढ़ाने सहित हमारे साझा हितों को बढ़ावा देने पर केंद्रित होगी। ताइवान के 23 मिलियन लोगों के साथ अमेरिका की एकजुटता आज पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है, क्योंकि दुनिया निरंकुशता और लोकतंत्र के बीच एक विकल्प का सामना करती है।

ताइवान के 23 मिलियन लोगों के साथ अमेरिका की एकजुटता आज पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है, क्योंकि दुनिया निरंकुशता और लोकतंत्र के बीच एक विकल्प का सामना करती है। हमारी यात्रा ताइवान के कई कांग्रेस प्रतिनिधिमंडलों में से एक है - और यह किसी भी तरह से संयुक्त राज्य अमेरिका की नीति का खंडन नहीं करता है, जो 1979 के ताइवान संबंध अधिनियम, यू.एस.-चीन संयुक्त विज्ञप्ति और छह आश्वासनों द्वारा निर्देशित है। संयुक्त राज्य अमेरिका यथास्थिति को बदलने के एकतरफा प्रयासों का विरोध करना जारी रखता है।

 

चीन लगातार कर रहा है विरोध

दरअसल, बीजिंग, ताइवान को अपने क्षेत्र के हिस्से के रूप में मानता है। चीन ने 25 से अधिक वर्षों में सर्वोच्च रैंकिंग वाले अमेरिकी अधिकारी की यात्रा को लेकर चेतावनी दी है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता के हवाले से कहा गया, "अमेरिका भड़काऊ कार्रवाई कर रहा है जिससे ताइवान स्ट्रेट में तनाव बढ़ सकता है। इसे पूरी जिम्मेदारी लेनी चाहिए। अमेरिका निश्चित रूप से जिम्मेदारी लेगा और चीन की संप्रभुता और सुरक्षा हितों को कम करने के लिए कीमत चुकाएगा। 

नैन्सी पेलोसी पहुंची ताइवान

अमेरिकी हाउस स्पीकर नैन्सी पेलोसी की ऐतिहासिक यात्रा को लेकर ताइवान दुनिया की दो महाशक्तियों के बीच टकराव का केंद्र बन गया है। चीन की धमकियों के बीच एक अतिसुरक्षित विमान में नैन्सी पेलोसी ताइवान पहुंच चुकी हैं। पेलोसी को कवर करने के लिए 24 फाइटर विमान भेजे गए थे। पढ़िए पूरी खबर...

चीन ने बार बार चेताया है अमेरिका को...

चीन ने मंगलवार को भी अमेरिका को चेतावनी दी। उसने अमेरिका को कहा कि वन चाइना प्रिंसिपल ही चीन-अमेरिका संबंधों का राजनीतिक आधार है। अगर अमेरिका, ताइवान स्वतंत्रता को लेकर चीन के खिलाफ अलगाववादी नीति को अपनाता है तो उसको जवाब दिया जाएगा। अमेरिकी अधिकारी पेलोसी द्वारा ताइवान की यात्रा से चीन के आंतरिक मामलों में भारी हस्तक्षेप होगा। इससे ताइवान स्ट्रेट्स में शांति और स्थिरता को बहुत खतरा होगा, चीन-अमेरिका संबंधों को गंभीर रूप से कमजोर करेगा और बहुत गंभीर स्थिति और गंभीर परिणाम देगा। पढ़िए पूरी खबर...

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