पाकिस्तान के खूंखार आतंकी अब्दुल रहमान मक्की को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) ने ग्लोबल टेरोरिस्ट घोषित कर दिया है। ग्लोबल टेररिस्ट घोषित होने के बाद अब क्या होगा मक्की का, आखिर इस समय कहां है मक्की। आइए जानते हैं।
Who is Abdul Rehman Makki: पाकिस्तान के खूंखार आतंकी अब्दुल रहमान मक्की को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) ने ग्लोबल टेरोरिस्ट घोषित कर दिया है। बता दें कि भारत और अमेरिका लंबे समय से इसे ग्लोबल टेररिस्ट की लिस्ट में डालने की मांग कर रहे थे। हालांकि, चीन इसमें हर बार अड़ंगा लगा देता था। लेकिन इस बार मक्की के खिलाफ लाए गए प्रस्ताव पर चीन ने टेक्निकल होल्ड हटा दिया, जिसके बाद यूनएससी ने उसे इस लिस्ट में डाल दिया।
कौन है अब्दुल रहमान मक्की?
अब्दुल रहमान मक्की पाकिस्तान का रहने वाला है और लश्कर-ए-तोएबा के प्रमुख हाफिज सईद का साला है। मक्की के पिता का नाम हाफिज अब्दुल्ला बहावलपुरी है। मक्की लश्कर ए तैयबा का डिप्टी चीफ है। साथ ही लश्कर के फॉरेन रिलेशन डिपार्टमेंट का भी मुखिया भी रहा है। उस पर 26/11 मुंबई हमलों का भी आरोप है।
क्यों ग्लोबल टेररिस्ट घोषित हुआ मक्की?
मक्की को 16 जनवरी, 2023 को ISIL और अलकायदा से जुड़े होने, लश्कर-ए-तैयबा के समर्थन से टेरर फंडिंग, साजिश रचने, जैसे कामों में लिप्त पाते हुए ग्लोबल आतंकवादियों की लिस्ट में डाला गया। बता दें कि भारत सरकार पहले ही अब्दुल रहमान मक्की को वॉन्टेड आतंकी घोषित कर चुकी है। मक्की लश्कर के लिए पैसा जुटाने, आतंकियों की भर्ती करने और युवाओं को आतंकी बनाने जैसी साजिशों में लिप्त रहा है।
अभी कहां है मक्की?
मक्की को पाकिस्तान की सरकार ने 15 मई, 2019 को गिरफ्तार किया था। उसे लाहौर में हाउस अरेस्ट किया गया है। 2020 में टेरर फंडिंग केस में पाकिस्तानी कोर्ट ने मक्की को सजा सुनाई थी।
ग्लोबल आतंकी घोषित होने के बाद अब क्या होगा मक्की का?
UN की ओर से कहा गया है कि सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों के मुताबिक, मक्की को 1267 आईएसआईएल (दाएश) और अल कायदा प्रतिबंध समिति के तहत ग्लोबल टेररिस्ट की सूची में डाला गया है। इसके बाद अब मक्की किसी भी तरह के पैसों का गलत इस्तेमाल नहीं कर सकेगा। साथ ही वो हथियार भी नहीं खरीद नहीं सकेगा। इसके अलावा वो मनचाही यात्राएं भी नहीं कर सकता।
भारत में हुए इन हमलों में रहा मक्की का हाथ :
भारत में हुए बड़े आतंकी हमलों में हाफिज सईद के साथ ही उसके साले मक्की का भी हाथ रहा है। लश्कर-ए-तोएबा ने भारत में कई बड़े आतंकी हमले किए हैं।
1- लाल किला अटैक : 22 दिसंबर 2000 को लश्कर ए तैयबा के 6 आतंकियों ने लाल किले में घुसकर सुरक्षाबलों पर फायरिंग की थी। इस हमले में सेना के 2 जवान समेत तीन लोगों की जान चली गई थी।
2- रामपुर हमला : जनवरी, 2008 में लश्कर-ए-तोएबा के आतंकियों ने CRPF के काफिले पर हमला किया था। इसमें 7 जवानों के अलावा एक रिक्शा चालक की मौता हो गई थी।
3- 26/11 अटैक : 26 नवंबर को लश्कर ने अरब सागर के रास्ते मुंबई में 10 आतंकी भेजे। इन आतंकियों ने CST स्टेशन, मैडक कामा अस्पताल, लियोपोल्ड कैफे समेत कई जगहों पर अंधाधुंध गोलियां बरसाते हुए सैकड़ों जानें ले ली थीं। इस हमले में 175 लोगों की मौत हुई थी। इस दौरान एक आतंकी आमिर कसाब जिंदा पकड़ाया था।
4- श्रीनगर हमला : फरवरी, 2018 में श्रीनगर के करण नगर इलाके में आतंकियों ने CRPF कैंप पर आत्मघाती हमला किया। इसमें एक जवान की जान चली गई।
5- बारामूला अटैक : 30 मई, 2018 को लश्कर के आतंकियों ने बारामूला में 3 नागरिकों की हत्या कर दी थी।
6- श्रीनगर हमला : 14 जून, 2018 को आतंकियों ने राइजिंग कश्मीर के संपादक सुजात बुखारी और दो सुरक्षा गार्ड की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तोएबा ने ली थी।
7- बांदीपोरा हमला : लश्कर के आतंकियों ने जम्मू कश्मीर के बांदीपोरा में घुसपैठ की। इस दौरान भारतीय सेना के जवानों से हुई मुठभेड़ में 4 जवानों की मौत हो गई।
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