Mulank 2 Special: मूलांक 2 वाले लोग बहुत ही ज्यादा भावुक होते हैं। कला, लेखन, काउंसलिंग जैसे क्षेत्रों में उन्हें सफलता हासिल होती है। चंद्रमा का मंत्र उनके लिए लाभकारी होता है।
Mulank 1 Personality: किसी भी तरह की भविष्यवाणी के लिए सबसे पहले जन्मतिथि के मूलांक को ध्यान में रखना होता है। जिन लोगों का जन्म किसी भी महीने की 2, 11, 20 या 29 तारीख को हुआ है, तो उनका मूलांक 2 होता है। इन तारीखों में जन्में लोगों का स्वामी चंद्रमा होता है, जैसे चंद्रमा की रोशनी मुलायम होती है, वैसे ही वो भी कोमल हृदय, भावुक और कलात्मक स्वभाव के होते हैं। उनके भीतर दूसरों की भावनाएं पढ़ लेने की अनोखी शक्ति होती है। मूलांक 2 वाले लोग चंद्रमा जैसे होते हैं, कभी पूर्णिमा की तरह जगमगाते हैं, तो कभी अमावस्या की तरह शांत रहते हैं। जब ये अपने भीतर की लहरों को पहचान लेते हैं, तो दूसरों की ज़िंदगी में भी प्रकाश भरने लगते हैं।
ऐसे व्यक्ति कल्पनाशील होते हैं। उनकी संवेदनशीलता, दूसरों की भावनाओं को समझने की ताकत, और सहानुभूति की भावना उनको एक बेहतरीन मित्र, प्रेमी और सहकर्मी बनाती है, लेकिन यही भावुकता कभी-कभी आत्म-संदेह, अकेलेपन और चुप्पी का कारण भी बन जाती है। उनका मूड चंद्रमा की तरह बदलता रहता है। कई बार दिल और दिमाग की लड़ाई में वोनिर्णय नहीं ले पाते, जिससे अवसर हाथ से निकल जाते हैं।
शिक्षा:
मूलांक 2 वाले विद्यार्थी कला, संगीत, लेखन, मनोविज्ञान, डिज़ाइन और भाषा में चमकते हैं। भावनाओं का उतार-चढ़ाव पढ़ाई पर असर डालता है, इसलिए इन्हें रचनात्मक प्रोजेक्ट और स्थिर माहौल की ज़रूरत होती है।
करियर:
मूलांक 2 वाले लोग उन क्षेत्रों में बेहतर करते हैं जहाँ कल्पना, सहानुभूति और संवाद की ज़रूरत हो जैसे मीडिया, काउंसलिंग, फैशन, होटल मैनेजमेंट, बच्चों की शिक्षा, कला, सामाजिक कार्य आदि।
प्रेम और रिश्ते:
मूलांक 2 वाले लोग दिल से प्यार करते हैं, लेकिन जब सामने वाला उन्हें नहीं समझता, तो वो अंदर ही अंदर टूटने लगते हैं। ऐसे लोग अपने आपको रिश्तों के चक्कर में भूला देते हैं। स्पष्टता और संवाद बनाए रखें।
परिवार और सामाजिक जीवन:
आप परिवार का भावनात्मक स्तंभ होते हैं। मां, बहन या स्त्रियों से विशेष जुड़ाव होता है। कई बार आपकी चुप्पी या ओवरथिंकिंग आपको अपनों से दूर कर सकती है।
सेहत:
चंद्रमा के प्रभाव से नींद की कमी, पाचन तंत्र, मानसिक बेचैनी या हार्मोनल उतार-चढ़ाव हो सकते हैं।
उपाय:
• चंद्रमा का मंत्र: रोज़ सुबह “ॐ सोम सोमाय नमः” का 11 बार जप करें।
• ध्यान और श्वास: मन की स्थिरता के लिए हर दिन कम से कम 10 मिनट का ध्यान करें।
• पानी से जुड़ी चीज़ें करें — जैसे स्नान, पौधों को पानी देना, पानी में रंगों से खेलने से आपको लाभ होगा मन की उलझन शांत होगी।
Disclaimer
इस आर्टिकल में जो जानकारी है, वो एस्ट्रोलॉजर कादम्बिनी पाठक से ली गई है, जोकि गुरूग्राम निवासी है। हम सिर्फ इस जानकारी को आप तक पहुंचाने का एक माध्यम हैं। यूजर्स इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।
