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Numerology: नाक पर रहता है इन 3 तारीखों पर जन्में लोगों का गुस्सा, गुड लक बढ़ाने के लिए करें ये 5 उपाय
Numerology 8 Personality: जिन लोगों का जन्म 9, 18 या 27 तारीख को हुआ है, वो एनर्जी से भरपूर रहते हैं। उनका मूलांक नंबर 9 माना जाता है। अनुभवी ज्योतिषी, टैरो कार्ड रीडर और अंकशास्त्री कादम्बिनी पाठक ने मूलांक 9 के बारे में डिटेल में बताया है।

गुस्सा है सबसे बड़ा दुश्मन
Numerology 8 Compatibility: किसी भी इंसान की जन्मतिथि और मूलांक के आधार पर उसका आने वाला कल देखा जा सकता है। जिन व्यक्तियों का जन्म किसी भी महीने की 9, 18 या 27 तारीख को हुआ है, उनका मूलांक 9 होता है। इस अंक का स्वामी ग्रह मंगल है, जो ऊर्जा, साहस, संघर्ष, और नेतृत्व का प्रतीक है। मूलांक 9 वाले जातकों में अग्नि तत्व की अधिकता पाई जाती है। एक अनुभवी ज्योतिषी, टैरो कार्ड रीडर और अंकशास्त्री कादम्बिनी पाठक ने हमें मूलांक 9 लोगों के व्यवहार, शिक्षा और परिवार के साथ उनके संबंधों के बारे में बताया है।
स्वभाव
मूलांक 9 वाले लोग साहसी, जुझारू, कर्मठ और अत्यधिक ऊर्जावान होते हैं। इनमें किसी भी कार्य को शुरु करने और उसे पूरा करने की जबरदस्त इच्छाशक्ति होती है। इन्हें दूसरों की मदद करना अच्छा लगता है, लेकिन कभी-कभी ये अपनी बात मनवाने के चक्कर में आक्रामक भी हो सकते हैं। गुस्सा इनकी सबसे बड़ी कमजोरी होती है। इनकी नेतृत्व क्षमता बहुत अच्छी होती है, पर यदि गुस्से पर नियंत्रण न हो तो रिश्तों में खटास आ सकती है। ये लोग समाज में हमेशा आगे बढ़ने की कोशिश करते हैं और जीवन में कुछ अलग या बड़ा करने की चाह रखते हैं। इनमें जन्मजात वीरता और त्याग की भावना होती है।
शिक्षा-करियर में इन चीजों पर दें विशेष ध्यान
शिक्षा
मूलांक 9 वाले विद्यार्थी मेहनती और जिज्ञासु होते हैं, लेकिन अगर इनका मन पढ़ाई में न लगे तो ये विषय में रुचि नहीं ले पाते। इनके लिए परंपरागत शिक्षा प्रणाली कभी-कभी उबाऊ हो सकती है। यदि इन्हें स्पोर्ट्स, टेक्निकल, मिलिट्री, इंजीनियरिंग या फिजिकल एजुकेशन जैसे क्षेत्रों में पढ़ाई का अवसर मिले, तो ये उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकते हैं। डिसिप्लिन और ध्यान बनाए रखना इनके लिए जरूरी होता है।
करियर
इनके लिए सेना, पुलिस, अग्निशमन विभाग, खेल, इंजीनियरिंग, मेडिकल, प्रशासनिक सेवा, लॉ एंड ऑर्डर, टेक्निकल क्षेत्र, एनजीओ, और सामाजिक सेवा जैसे क्षेत्र अनुकूल रहते हैं। ये जहां भी काम करते हैं, वहां नेतृत्व करने की क्षमता रखते हैं। नौकरी से ज़्यादा व्यापार इनके लिए उपयुक्त रहता है, बशर्ते योजना और संयम के साथ किया जाए। मूलांक 9 वाले जोखिम लेने में डरते नहीं हैं, लेकिन कई बार जल्दबाजी में निर्णय लेकर हानि भी उठा सकते हैं।
परिवारिक-आर्थिक स्थिति में हैं मजबूत
परिवार
मूलांक 9 के जातक अपने परिवार में निर्णायक और संरक्षक की भूमिका निभाते हैं। ये अपने परिवार और मित्रों के लिए बलिदान देने से पीछे नहीं हटते। इनका स्वभाव कभी-कभी कठोर प्रतीत हो सकता है, जिससे रिश्तों में खटास आ सकती है। इन्हें संयम और संवाद की कला सीखनी चाहिए ताकि ये अपने स्वभाव की ऊष्मा को रिश्तों में नरमाहट में बदल सकें। माता-पिता और भाई-बहनों से कभी-कभी वैचारिक टकराव हो सकता है।
आर्थिक स्थिति
मूलांक 9 वाले व्यक्ति मेहनत से धन अर्जित करते हैं, लेकिन खर्च करने में भी पीछे नहीं रहते। ये कभी-कभी उदारता में जरूरत से ज़्यादा खर्च कर देते हैं। असमय निवेश या दूसरों के लिए गारंटी लेना इनके लिए घाटे का सौदा हो सकता है। इन्हें वित्तीय योजना बनाकर चलना चाहिए। आय के स्रोत स्थिर करने की जरूरत होती है। संपत्ति, भूमि या मशीनरी से जुड़े कार्यों में लाभ मिल सकता है।
इन 8 बीमारियों से रहते हैं परेशान
स्वास्थ्य
मंगल ग्रह से संचालित होने के कारण मूलांक 9 वालों में ऊर्जा अत्यधिक होती है। यदि इस ऊर्जा का सही दिशा में प्रयोग न हो तो ये शरीर में तनाव, उच्च रक्तचाप, सिरदर्द, पाचन तंत्र की समस्या, त्वचा रोग, चोट, बर्न या रक्तस्राव जैसी परेशानियों से ग्रस्त हो सकते हैं। इन्हें गर्म और तीखे भोजन से परहेज करना चाहिए। ठंडा, तरल और शीतल आहार इनके लिए लाभकारी रहता है। योग, ध्यान और नियमित व्यायाम स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी हैं।
समस्याएं
मूलांक 9 वालों की सबसे बड़ी समस्या होती है – क्रोध, अधीरता, कटु वाणी, हठधर्मिता, जल्दबाजी में निर्णय लेना, और रिश्तों में अधिकार जताने की प्रवृत्ति। कभी-कभी दूसरों के लिए अपनी सीमाएं तोड़ देना इन्हें मानसिक और आर्थिक थकावट दे सकता है। ये समाज में सराहना की अपेक्षा रखते हैं, और जब वह न मिले तो तनाव में आ सकते हैं।
इन 5 उपायों से बदलेगी जिंदगी
1. मंगलवार का व्रत रखें और लाल वस्त्र धारण करें।
2. प्रतिदिन हनुमान चालीसा या सुंदरकांड का पाठ करें।
3. रक्तदान करना आप लोगों के लिए विशेष शुभ रहता है।
4. गुस्से पर नियंत्रण रखने के लिए नियमित प्राणायाम और ध्यान करें।
5. खेल, योग या जिम जैसे शारीरिक मेहनत वाले कामों में जुड़ें ।