21 जुलाई, शुक्रवार को मघा नक्षत्र होने से काण नाम का अशुभ योग और पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र होने से सिद्धि नाम का शुभ योग बनेगा। इनके अलावा इस दिन व्यातीपात और वरियान नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे। ज्योतिषाचार्य चिराग बेजान दारूवाला से जानें राशिफल…
अंकों का आविष्कार सालों पहले हो चुका था। बाद में इन अंकों को ज्योतिष से जोड़ा गया है और अंक शास्त्र का निर्माण हुआ। यही अंक शास्त्र वर्तमान में न्यूमरोलॉजी के नाम से जाना जाता है। इसके जरिए हम भविष्य की संभावित घटनाओं के बारे में जा सकते हैं।
20 जुलाई, गुरुवार को पहले आश्लेषा नक्षत्र होने से अमृत नाम का शुभ योग और इसके बाद मघा नक्षत्र होने से मूसल नाम का अशुभ योग बनेगा। इनके अलावा इस दिन सिद्धि और व्यातीपात नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे। राहुकाल दोपहर 02:12 से 03:51 तक रहेगा।
20 जुलाई, गुरुवार को आश्लेषा नक्षत्र होने से अमृत और मघा नक्षत्र होने से मूसल नाम का योग बनेगा। साथ ही सिद्धि और व्यातीपात नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे। राहुकाल दोपहर 02:12 से 03:51 तक रहेगा। ज्योतिषाचार्य चिराग बेजान दारूवाला से जानें राशिफल…
अंक ज्योतिष भी अन्य विधाओं की तरह ही आने वाले संभावित भविष्य के बारे में हमें बताता है। इसे माध्यम से कुछ उपाय किए जाएं तो आने वाले संकटों से बचा भी जा सकता है। अंग्रेजी में इस विधा को न्यूमरोलॉजी कहते हैं।
19 जुलाई, बुधवार को पहले पुष्य नक्षत्र होने से मातंग नाम का शुभ योग और इसके बाद आश्लेषा नक्षत्र होने से राक्षस नाम का अशुभ योग दिन भर रहेगा। इनके अलावा इस दिन वज्र और सिद्धि नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे। राहुकाल दोपहर 12:33 से 2:12 तक रहेगा।
19 जुलाई, बुधवार को पुष्य नक्षत्र होने से मातंग और आश्लेषा नक्षत्र होने से राक्षस नाम का अशुभ योग दिन भर रहेगा। इनके अलावा इस दिन वज्र और सिद्धि नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे। राहुकाल दोपहर 12:33 से 2:12 तक रहेगा।
17 जुलाई, सोमवार को हरियाली अमावस्या का पर्व मनाया जाएगा। इस दिन धूम्र व्याघात और हर्षण नाम के 3 योग रहेंगे। सूर्य-बुध की युति से बुधादित्य राजयोग भी बनेगा। ज्योतिषाचार्य चिराग बेजान दारूवाला (Chirag Bejan Daruwalla) से जानें कैसा बीतेगा दिन…
अंक यानी डिजिट्स हमारी लाइफ की एक हिस्सा है। किसी भी गणना को करते समय अंकों का इस्तेमाल किया जाता है। ये अंक न सिर्फ हमारी मदद करते हैं बल्कि हमारे आने वाले भविष्य के बारे में भी बताते हैं। इस विधि को अंक ज्योतिष कहते हैं।