9 जून शुक्रवार को पहले धनिष्ठा नक्षत्र होने से प्रजापति और शतभिषा नक्षत्र होने से सौम्य नाम के 2 शुभ योग बनेंगे। इनके अलावा वैधृति और विषकुंभ नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे। राहुकाल सुबह 10:45 से दोपहर 12:26 तक रहेगा।
9 जून, शुक्रवार को प्रजापति, सौम्य, वैधृति और विषकुंभ नाम के 4 योग बनेंगे। शुक्रवार को चंद्रमा कुंभ राशि में प्रवेश करेगा, यहां पहले से शनि स्थित है। शनि और चंद्रमा की युति से विष योग बनेगा। ज्योतिषाचार्य चिराग बेजान दारूवाला से जानें राशिफल…
8 जून, गुरुवार को पहले श्रवण नक्षत्र होने से ध्वजा और इसके बाद धनिष्ठा नक्षत्र होने से श्रीवत्स नाम के 2 शुभ योग बनेंगे। इनके अलावा इंद्र और वैधृति नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे। राहुकाल दोपहर 02:06 से 03:46 तक रहेगा।
अंक ज्योतिष भी अन्य ज्योतिष विधाओं की तरह ही हमें आने वाले भविष्य में काफी कुछ बताता है। वैसे तो ये विधा भारत की ही है, लेकिन विदेश में इसका चलन बहुत ज्यादा है। अंग्रेजी में इसे न्यूमरोलॉजी कहते हैं।
8 जून, गुरुवार को आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि रहेगी। इस दिन ध्वजा, श्रीवत्स, इंद्र और वैधृति नाम के 4 योग दिन भर रहेंगे। राहुकाल दोपहर 02:06 से 03:46 तक रहेगा। ज्योतिषाचार्य चिराग बेजान दारूवाला से जानें कैसा बीतेगा आपका दिन…
7 जून, बुधवार को मुद्गर, ब्रह्म और इंद्र नाम के 3 योग बनेंगे। राहुकाल दोपहर 12:25 से 02:06 तक रहेगा। इस दिन बुध ग्रह मेष से निकलकर वृषभ राशि में प्रवेश करेगा, जहां पहले से सूर्य स्थित है। सूर्य और बुध की युति से बुधादित्य नाम का शुभ योग बनेगा।
Aaj Ka Panchang: 7 जून, बुधवार को उत्तराषाढ़ा नक्षत्र दिन भर रहेगा, जिससे मुद्गर नाम का अशुभ योग बनेगा। इसके अलावा ब्रह्म और इंद्र नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे। राहुकाल दोपहर 12:25 से 02:06 तक रहेगा।
7 June 2023 Numerology Rashifal: अंक शास्त्र बहुत तेजी से फैलती एक ज्योतिष विधा है, जो हमें आने वाले भविष्य के बारे में बताती है और परेशानियों से बचने के समाधान भी बताती है। इसका मुख्य आधार डेट ऑफ बर्थ यानी जन्म तारीख है।
6 जून, मंगलवार को पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र दिन भर रहेगा, जिससे मित्र नाम का शुभ योग बनेगा। इसके अलावा शुक्ल और ब्रह्म नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे। राहुकाल दोपहर 3:46 से शाम 5:26 तक रहेगा।
अंकों के बिना जीवन असंभव है क्योंकि जीवन के हर क्षेत्र में ये हमारे लिए उपयोगी हैं। इनका उपयोग सिर्फ गणनाओं तक ही सीमित नहीं है। अंक शास्त्र से हम आने वाले भविष्य के बारे में भी आसानी से जान सकते हैं।