जिस तारीख पर किसी व्यक्ति का जन्म होता है, वो भी बहुत खास होती है क्योंकि जन्म तारीख के अंकों को जोड़कर ही मूलांक, जन्मांक आदि निकाले जाते हैं, जिसके आधार ही व्यक्ति के भविष्य के बारे में काफी कुछ जाना जा सकता है।
26 मई शुक्रवार को मृत्यु, काण, ध्रुव और व्याघात नाम के 4 योग बनेंगे। राहुकाल सुबह 10:44 से दोपहर 12:24 तक रहेगा। शुक्रवार को चंद्रमा कर्क राशि से निकलकर सिंह राशि में प्रवेश करेगा। ज्योतिषाचार्य चिराग बेजान दारूवाला से जानें राशिफल…
25 मई, गुरुवार को पुष्य नक्षत्र होने से शुभ और इसके बाद आश्लेषा नक्षत्र होने से अमृत नाम के 2 शुभ योग बनेंगे। इनके अलावा वृद्धि अमृतसिद्धि, सर्वार्थसिद्धि, गुरु-पुष्य, ध्रुव और वृद्धि नाम के 5 अन्य शुभ योग भी इस दिन रहेंगे।
अंक ज्योतिष भी अन्य ज्योतिष विधाओं की तरह ही भविष्य में होने वाली घटनाओं के बारे में बताता है। इसका आधार जन्म तारीख यानी डेट ऑफ बर्थ है। जन्म तारीख के अंकों को जोड़कर ही मूलांक, भाग्यांक आदि निकाले जाते हैं।
25 मई, गुरुवार को शुभ, अमृत, वृद्धि अमृतसिद्धि, सर्वार्थसिद्धि, गुरु-पुष्य और ध्रुव नाम के 7 शुभ योग बनेंगे। राहुकाल दोपहर 2:03 से 3:42 तक रहेगा। गुरुवार को चंद्रमा और मंगल कर्क राशि में रहेंगे। ज्योतिषाचार्य चिराग बेजान दारूवाला से जानें राशिफल…
24 मई, बुधवार को पहले पुनर्वसु नक्षत्र होने से गद और इसके बाद पुष्य नक्षत्र होने से मातंग नाम के 2 शुभ योग बनेंगे। इनके अलावा गण्ड और वृद्धि नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे। राहुकाल दोपहर 12:23 से 2:03 तक रहेगा।
अंकों का हमारे जीवन में उतना ही महत्व है जितना सांस लेने के लिए हवा का। अंकों के जीवन की कल्पना करना भी मुश्किल है। ये अंक हमारे जीवन प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित करते हैं। अंक शास्त्र ज्योतिष की एक विधा है।
24 मई, बुधवार को गद, मातंग, गण्ड और वृद्धि नाम के4 योग बनेंगे। राहुकाल दोपहर 12:23 से 2:03 तक रहेगा। बुधवार को चंद्रमा कर्क राशि में प्रवेश कर जाएगा, इस राशि में मंगल ग्रह पहले से स्थित है। ज्योतिषाचार्य चिराग बेजान दारूवाला से जानें राशिफल…
23 मई, मंगलवार को पहले आर्द्रा नक्षत्र होने से चर और इसके बाद पुनर्वसु नक्षत्र होने से सुस्थिर नाम शुभ योग बनेंगे। इनके अलावा शूल और गण्ड नाम के 2 अन्य अशुभ योग भी इस दिन रहेंगे। राहुकाल दोपहर 3:42 से शाम 5:21 तक रहेगा।
अंक शास्त्र भी अन्य ज्योतिष विधाओं की तरह ही काम करता है। ये विधा पूरी तरह से अंकों पर निर्भर करती है और ये अंक अलग-अलग ग्रहों का प्रतिनिधित्व करते हैं। अंक शास्त्र को ही न्यूमरोलॉजी भी कहते हैं।