12 मई, शुक्रवार को पहले श्रवण नक्षत्र होने से धूम्र और इसके बाद धनिष्ठा नक्षत्र होने से धाता नाम का योग बनेंगे। इनके अलावा शुक्ल, ब्रह्म और सर्वार्थसिद्धि योग भी इस दिन बनेंगे। राहुकाल सुबह 10:45 से दोपहर 12:23 तक रहेगा।
अंक ज्योतिष वैसे तो प्राचीन विधा है और ये भारत से ही संबंधित है लेकिन वर्तमान में इसका नया स्वरूप देखने को मिल रहा है। अंक ज्योतिष में मूलांक, जन्मांक और भाग्यांक निकालकर प्रीडिक्शन की जाती है।
12 मई को धूम्र, धाता, शुक्ल, ब्रह्म और सर्वार्थसिद्धि योग नाम के 5 योग रहेंगे। राहुकाल सुबह 10:45 से दोपहर 12:23 तक रहेगा। शुक्रवार की रात चंद्रमा मकर से निकलकर कुंभ में प्रवेश करेगा। ज्योतिषाचार्य चिराग बेजान दारूवाला से जानें राशिफल…
10 मई 2023 को मंगल ग्रह मिथुन से निकलकर कर्क राशि में आ चुका है। इस राशि में मंगल नीच का हो जाता है। मंगल का राशि परिवर्तन का प्रभाव देश-दुनिया के साथ-साथ सभी 12 राशियों के लोगों पर भी दिखाई देगा।
Shadashtak Yog 2023: 10 मई से मंगल मिथुन से निकलकर कर्क राशि में आ चुका है। ऐसा होते ही शनि मंगल का षडाष्टक योग बन चुका है। ज्योतिष शास्त्र में इस योग को बहुत ही अशुभ माना गया है। इसका अशुभ प्रभाव देश-दुनिया के साथ-साथ सभी लोगों पर होगा।
11 मई, गुरुवार को पहले उत्तराषाढ़ा नक्षत्र होने से ध्वांक्ष और इसके बाद श्रवण नक्षत्र होने से केतु नाम के योग बनेंगे। इनके अलावा शुभ और शुक्ल नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे। राहुकाल दोपहर 02:01 से 03:39 तक रहेगा।
अंक ज्योतिष आजकल बहुत तेजी से पूरी दुनिया में फैल रहा है। ज्योतिष की ये विधा हालांकि बहुत पुरानी है, लेकिन वर्तमान में इसका नया स्वरूप लोगों का काफी पसंद आ रहा है। अंक ज्योतिष को अंग्रेजी में न्यूमरोलॉजी भी कहते हैं।
11 मई, गुरुवार को ध्वांक्ष, केतु, शुभ और शुक्ल नाम के 4 योग बनेंगे। राहुकाल दोपहर 02:01 से 03:39 तक रहेगा। गुरुवार को दक्षिण दिशा की यात्रा नहीं करनी चाहिए, जरूरी हो तो जीरा मुंह में डाल कर निकलें। ज्योतिषाचार्य चिराग बेजान दारूवाला से जानें राशिफल…
10 मई बुधवार को पहले पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र होने से श्रीवत्स नाम का शुभ योग और इसके बाद उत्तराषाढ़ा नक्षत्र होने से वज्र नाम का अशुभ योग बनेगा। इनके अलावा सिद्ध और साध्य नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे। राहुकाल दोपहर 12:23 से 2:01 तक रहेगा।
अंक राशिफल से भी आने वाले भविष्य के बारे में काफी कुछ जाना जा सकता है। इस विधा का संबंध जन्म तारीख यानी डेट ऑफ बर्थ से है। अंक ज्योतिष को न्यूमरोलॉजी भी कहा जाता है। इसमें मूलांक यानी लकी नंबर के आधार पर भविष्यवाणी की जाती है।