उज्जैन. 21 अप्रैल, मंगलवार को वैशाख मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि है। इस दिन सूर्योदय उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र में होगा। इसके बाद सुबह लगभग 10.35 के बाद रेवती नक्षत्र प्रारंभ हो जाएगा। मंगलवार को पहले उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र होने से सिद्धि और उसके बाद रेवती नक्षत्र होने शुभ नाम के 2 योग इस दिन बन रहे हैं। जानिए कैसा बीतेगा आपका दिन-
रेखाएं सिर्फ मनुष्य के हाथों पर ही नहीं बल्कि मस्तक यानी माथे पर भी होती हैं। माथे की ये रेखाएं विभिन्न ग्रहों से प्रभावित होती हैं।
सोमवार को सुबह पहले पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र होने से मूसल नाम का अशुभ योग बन रहा है, इसके बाद उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र होने गद नाम का शुभ योग बनेगा, जो दिन भर रहेगा।
वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया को अक्षय तृतीया और आखा तीज कहते हैं। इस बार ये तिथि 26 अप्रैल, रविवार को है।
उज्जैन. 19 अप्रैल, रविवार को वैशाख मास के कृष्ण पक्ष की द्वादशी तिथि है। इस दिन सूर्योदय पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र में होगा। रविवार को पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र होने से चर नाम का शुभ योग इस दिन बन रहा है। इसके अलावा इस दिन त्रिपुष्कर नाम का एक अन्य शुभ योग भी बन रहा है। इस योग में किए गए शुभ कामों का 3 गुना फल मिलता है। जानिए कैसा बीतेगा आपका दिन-
वैशाख मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को वरुथिनी एकादशी कहते हैं। इस बार ये व्रत 18 अप्रैल, शनिवार को है। धर्म ग्रंथों के अनुसार, इस व्रत को करने से मनुष्य को सभी पापों से मुक्ति मिलती है।
उज्जैन. 18 अप्रैल, शनिवार को वैशाख मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि है। इस दिन सूर्योदय शतभिषा नक्षत्र में होगा। शनिवार को शतभिषा नक्षत्र होने से आनंद नाम का शुभ योग इस दिन बन रहा है। इस दिन चंद्रमा कुंभ राशि में रहेगा। जानिए कैसा रहेगा आपका दिन-
भारतीय ज्योतिष में पंचक को अशुभ माना गया है। पंचक के दौरान कुछ विशेष काम करने की मनाही है। इसके अंतर्गत धनिष्ठा, शतभिषा, उत्तरा भाद्रपद, पूर्वा भाद्रपद व रेवती नक्षत्र आते हैं।