Aaj Ka Panchang: 23 जनवरी सोमवार को धनिष्ठा नक्षत्र पूरे दिन रहेगा, जिससे शुभ नाम का योग बनेगा। इनके अलावा व्यातिपात और वरियान नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे। राहुकाल सुबह 08:34 से 09:56 तक रहेगा।
आज (23 जनवरी, सोमवार) माघ मास के शुक्ल पक्ष की द्वितिया और तृतीया तिथि का संयोग बन रहा है। सोमवार को धनिष्ठा नक्षत्र पूरे दिन रहेगा, जिससे शुभ नाम का योग बनेगा। इनके अलावा व्यातिपात और वरियान नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे।
Weekly Love Horoscope: हमारे जीवन के कई सारे पक्ष होते हैं इनमें से वैवाहिक जीवन भी एक है। इसे लाइफ का सबसे अहम हिस्सा कहा जाता है क्योंकि ये पक्ष बाकी सभी पक्षों को भी प्रभावित करता है। इस पर भी ग्रहों का शुभ-अशुभ प्रभाव देखने को मिलता है।
टैरो कार्ड्स के बारे में हम सभी कभी न कभी जरूर सुनते हैं। ये भविष्य जानने की एक विधा है, जिसमें ताश के पत्तों की तरह एक सेट होता है। इस सेट में पत्तों की संख्या 78 होती है। इस डेक को माइनर आर्काना और मेजर अर्काना में बांटा गया है।
Weekly Horoscope Januray 2023: साल 2023 के पहले महीने जनवरी का अंतिम सप्ताह 23 से 29 जनवरी तक रहेगा। ये पूरा सप्ताह माघ मास की गुप्त नवरात्रि के अंतर्गत रहेगा। कई व्रत-त्योहार भी इस सप्ताह में मनाए जाएंगे।
Aaj Ka Panchang: 22 जनवरी रविवार को श्रवण नक्षत्र पूरे दिन रहेगा, जिससे गद नाम का शुभ योग बनेगा। इनके अलावा वज्र और सिद्धि नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे। राहुकाल शाम 04:41 से 06:03 तक रहेगा।
Aaj Ka Rashifal: 22 जनवरी को माघ मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा और द्वितिया तिथि का संयोग रहेगा। इस दिन से माघी गुप्त नवरात्रि का आरंभ होगा। रविवार को श्रवण नक्षत्र पूरे दिन रहेगा, जिससे गद नाम का शुभ योग बनेगा।
Aaj Ka Panchang: 21 जनवरी, शनिवार को पहले पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र होने से मातंग और इसके बाद उत्तराषाढ़ा नक्षत्र होने से चर नाम के 2 शुभ योग इस दिन बनेंगे। इनके अलावा हर्षण और वज्र नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे।
Aaj Ka Rashifal: आज (21 जनवरी, शनिवार) माघ मास की अमावस्या तिथि है। ये तिथि शनिवार को होने से ये शनिश्चरी अमावस्या भी कहलाएगी। शनिवार को पहले पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र होने से मातंग और इसके बाद उत्तराषाढ़ा नक्षत्र होने से चर नाम के योग इस दिन बनेंगे।
आज माघ मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी और चतुर्दशी तिथि का संयोग बन रहा है। इस दिन मासिक शिवरात्रि का व्रत किया जाएगा। पहले मूल नक्षत्र होने से सुस्थिर और इसके बाद पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र होने से वर्धमान नाम के 2 शुभ योग बनेंगे।