इस बार 11 जुलाई, रविवार को पुष्य नक्षत्र का संयोग बन रहा है। ज्योतिष में इसे रवि पुष्य योग कहा जाता है। इस योग में खरीदारी और अन्य शुभ काम करने से फायदा होता है।
उज्जैन. 8 जुलाई, गुरुवार को आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि है। इस दिन मृगशिरा नक्षत्र दिन भर रहेगा। गुरुवार को मृगशिरा नक्षत्र होने से मृत्यु नाम का अशुभ योग इस दिन बन रहा है। इस दिन सुबह चंद्रमा राशि बदलकर वृष से मिथुन राशि में प्रवेश करेगा। इस राशि में पहले से ही सूर्य और बुध ग्रह स्थित है। एक ही राशि में 3 ग्रहों के होने से सभी राशियों पर इसका शुभ-अशुभ प्रभाव देखने को मिलेगा। जानिए कैसा बीतेगा आपका दिन…
उज्जैन. ज्योतिष में शनि को दशम और लाभ स्थान का स्वामी माना जाता है। मनुष्य के जीवन में कर्म और लाभ की स्थिति शनि से ही देखी जाती है। शनि मनुष्य के कर्मों का फल उसे प्रदान करते है और उसे न्याय देते है। यह एक पाप ग्रह है और इसकी दृष्टि जिस भी भाव पर जाती है उस भाव संबंधी फलों में कमी करती है ऐसा विद्वानों का मत है। शनि मेष से लेकर मीन लग्न तक की कुंडली में अलग अलग भाव के स्वामी होकर विभिन्न फल प्रदान करते है। आगे जानिए शनि का 12 लग्नों में क्या फल मिलता है…
इस साल आषाढ़ महीने की अमावस्या तिथि दो दिन यानी 9 और 10 को रहेगी। अमवस्या को धर्म ग्रंथों में पर्व कहा गया है। इस तिथि पर पितरों की विशेष पूजा की जाती है।
6 जुलाई, मंगलवार से सूर्य नक्षत्र बदलकर आर्द्रा से पुनर्वसु में आ चुका है। इस नक्षत्र में सूर्य 20 जुलाई तक रहेगा। ज्योतिष ग्रंथों के अनुसार, जब सूर्य आर्द्रा नक्षत्र में होता है तब बारिश का मौसम शुरू हो जाता है।
उज्जैन. 7 जुलाई, बुधवार को आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि है। इस दिन रोहिणी नक्षत्र दिन भर रहेगा। बुधवार को रोहिणी नक्षत्र होने से शुभ नाम का योग बन रहा है। इसके अलावा इस दिन सर्वार्थसिद्धि नाम का एक अन्य शुभ योग भी बन रहा है। इस दिन भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए प्रदोष व्रत भी किया जाएगा। जानिए कैसा बीतेगा आपका दिन…
उज्जैन. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कुछ विशेष राशि के लोग अच्छे पिता होते हैं। ये अपनी संतान को बहुत ही स्नेह करते हैं। अपनी संतान की खुशियों के लिए ये हर कीमत चुकाने के लिए तैयार रहते हैं। ये अपनी संतान की अच्छी परवरिश में अधिक बल देते हैं। ये अपनी संतान को अच्छी शिक्षा के साथ-साथ अच्छा व्यावहारिक ज्ञान भी देते हैं। आगे जानिए किन राशियों के लोग होते हैं अच्छे पिता…
7 जुलाई, बुधवार को बुध ग्रह वृष राशि से निकलकर मिथुन में आ जाएगा। ये इस ग्रह की स्वराशि है। इस राशि में सूर्य पहले से ही स्थित है। बुध और सूर्य के एक ही ग्रह में होने से बुधादित्य नाम का शुभ योग बनेगा।
उज्जैन. 6 जुलाई, मंगलवार को आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की द्वादशी तिथि है। इस दिन कृत्तिका नक्षत्र शाम 4 बजे तक रहेगा। इसके बाद रोहिणी नक्षत्र प्रारंभ हो जाएगा। मंगलवार को पहले कृत्तिका नक्षत्र होने गद और उसके बाद रोहिणी नक्षत्र होने से मातंग नाम के 2 शुभ योग इस दिन बन रहे हैं। सोमवार की रात से चंद्रमा राशि बदलकर मेष से वृष में आ चुका है। इसका असर सभी राशियों पर मंगलवार को दिखाई देगा। जानिए कैसा बीतेगा आपका दिन…
हिंदू धर्म में सप्ताह के सातों दिन का विशेष महत्व बताया गया है। हर दिन का एक विशेष ग्रह और देवता भी हैं। इसी क्रम में बुधवार के स्वामी भगवान श्रीगणेश हैं।