मिथुन राशि चक्र की तीसरी राशि है। राशि का प्रतीक युवा दम्पति है, यह द्वि-स्वभाव वाली राशि है। जिन लोगों का नाम का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह अक्षर से शुरू होता है वे मिथुन राशि के होते हैं।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, चंद्र की स्थिति के अनुसार ही हमारी नाम राशि मानी जाती है। सभी 12 राशियों के लिए अलग-अलग अक्षर बताए गए हैं।
उज्जैन. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, नाम के पहले अक्षर का काफी अधिक महत्व बताया गया है। व्यक्ति के जन्म के समय चंद्रमा जिस राशि में होता है, उसी राशि के अनुसार नाम का पहला अक्षर निर्धारित किया जाता है।
हस्तरेखा से भविष्य से जुड़ी अनेक बातों के बारे में जाना जा सकता है। जैसे विवाह, संतान और धन। हर कोई व्यक्ति धन से जुड़ी बातें जरूर जानना चाहता है। कुछ लोगों के पास पैसा होने के बाद भी भविष्य में धन आगमन को लेकर चिंतित रहते हैं। आज हम आपको धन से संबंधित विशेष हस्तरेखा योगों के बारे में बता रहे हैं
ज्योतिष शास्त्र में कई तरह के शुभ योगों के बारे में बताया गया है जैसे, अमृतसिद्धि, सर्वार्थसिद्धि, त्रिपुष्कर योग आदि। ऐसा ही एक योग है प्रीति।
कई बार देखा जाता कि कोई व्यक्ति सब कुछ होते हुए भी कंगाल या निर्धन हो जाता है। अत्यंत परिश्रम करने पर भी उसके जीवन में दरिद्रता और परेशानियां बनी रहती हैं।
उज्जैन. हर साल 14 फरवरी को वेलेंटाइन डे मनाया जाता है। इसे प्रेम का इजहार करने का दिन कहा जाता है। प्रेम का पहला सबक होता है एक-दूसरे पर विश्वास करना। हर प्रेमी और प्रेमिका एक-दूसरे के लव नेचर के बारे में जानना चाहते हैं, लेकिन ये इतना आसान नहीं होता। ज्योतिष के माध्यम से राशि अनुसार लव नेचर के बारे में जाना जा सकता है। आगे जानिए किस राशि के व्यक्ति के लव नेचर कैसा होता है…
कर्ज एक ऐसी चिंता है जो इंसान को जीते-जी आग में जलाती रहती है। कुछ लोग तो कर्ज चुकाते-चुकाते इतने परेशान हो जाते हैं कि उनके मन में नकारात्मक विचार आने लगते हैं। ज्योतिष शास्त्र में कर्ज से जुड़ी अनेक खास बातें बताई गई हैं।
उज्जैन. माघ मास की गुप्त नवरात्रि 12 से 21 फरवरी तक मनाई जाएगी। तंत्र-मंत्र साधना के लिए खास माने जाने वाली वाले इस गुप्त नवरात्रि में कुछ खास और शुभ योग बनेंगे। इन शुभ योगों में खरीदारी भी की जा सकेगी। काशी के ज्योतिषाचार्य पं. गणेश मिश्र के अनुसार, इस बार छठ तिथि बढ़ने से नवरात्र 9 की बजाय 10 दिन के होंगे। गुप्त नवरात्रि में 1 त्रिुपष्कर, 2-2 अमृतसिद्धि और राजयोग, 3 सर्वार्थसिद्धि और 4 रवियोग रहेंगे। इन शुभ संयोगों में नए कामों की शुरुआत के साथ ही ज्वेलरी, फर्नीचर और नए कपड़ों की खरीदी करना शुभ होता है।
उज्जैन. 12 फरवरी, शुक्रवार को सूर्य राशि बादलकर मकर से कुंभ में प्रवेश करेंगे। सूर्य इस राशि में 14 मार्च तक रहेंगे। कुंभ राशि के स्वामी शनिदेव हैं, जो सूर्य के पुत्र हैं, लेकिन ज्योतिष में शनि और सूर्य को एक-दूसरे का शत्रु ग्रह माना गया है। सूर्य के इस राशि परिवर्तन से सभी राशियों पर सकारात्मक या नकारात्मक असर होता है। आगे जानिए आपकी राशि में सूर्य के राशि परिवर्तन का क्या असर होगा…