ज्योतिष शास्त्र में केतु अशुभ यानी पाप ग्रह के रूप में जाना जाता है। कहा जाता है कि जब केतु की महादशा या अन्तर्दशा आती है तो व्यक्ति को कोई-न-कोई परेशानी अवश्य आती है।
उज्जैन. वैदिक ज्योतिष में सपनों के बारे में भी विस्तार पूर्वक बताया गया है। इसे स्वप्न ज्योतिष कहते हैं। मान्यता है कि सपनों से हमें भविष्य में होने वाली अच्छी-बुरी घटनाओं से बारे में पहले से पता चल जाता है। सपनों से जुड़े संकेत बहुत कम लोग समझ पाते हैं। स्वप्न ज्योतिष के अनुसार सपने में कुछ जानवरों का दिखना शुभ तो कुछ अशुभ होते हैं। आज हम आपको जानवरों से जुड़े सपनों के बारे में बता रहे हैं, जो इस प्रकार हैं…
अंक ज्योतिष में नाम के पहले अल्फाबेट का खास महत्व बताया गया है। क्योंकि इसी से व्यक्ति के व्यक्तित्व का पता चलता है। यही वजह है कि मां-बाप अपने बच्चे का नाम बहुत सोच-विचार करने के बाद रखते हैं।
उज्जैन. 25 जनवरी, सोमवार से बुध ग्रह मकर राशि से निकल कर कुंभ में आ चुका है। ये ग्रह 4 फरवरी तक इसी राशि में रहेगा। मकर की तरह कुंभ भी शनि की राशि है। इस राशि में बुध के होने से कई लोगों की आर्थिक स्थिति में बदलाव हो सकते हैं। कुछ लोगों को लेन-देन और निवेश में नुकसान हो सकता है, वहीं कुछ को अचानक फायदा होने के योग बन रहे हैं। जानिए किस राशि पर कैसा होगा इसका असर…
हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार, व्यक्ति के जीवन में प्यार अथवा प्रेम का संकेत हथेली में स्थित शुक्र पर्वत से मिलता है। यदि व्यक्ति के हाथ में शुक्र पर्वत विकसित हो तो व्यक्ति प्रेम में सफलता पाता है।
नाम का पहला अक्षर आपके व्यक्तित्व के बारे में काफी कुछ बताता है। इसका संबंध अंक ज्योतिष से होता है।
उज्जैन. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार व्यक्ति की कुंडली का आठवां भाव पैरों के तलवों से संबंधित है और पैरों के जूते भी आठवें भाव से जुड़े हैं। कुछ जूते दुर्भाग्य का सूचक होते हैं। इनको पहनने से व्यक्ति के जीवन में आर्थिक और कार्यक्षेत्र से संबंधित समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं। ऐसे जूतों के दोष के कारण कई काम बिगड़ जाते हैं। जानिए जूतों से जुड़ी कुछ खास बातें…
यात्रा के लिए घर से निकलते समय सामने दिखाई देने वाली वस्तुएं, मनुष्य, स्त्री-पुरुष, बालक-वृद्ध, पशु-पक्षी आदि अनेक लक्षणों को देखकर यह अनुमान लगाया जा सकता है कि आपकी यात्रा शुभ होगी या उसमें कोई विघ्न बाधा आएगी।
अंक ज्योतिष में नाम के पहले अक्षर का विशेष महत्व होता है। नाम का पहला अक्षर लोगों के बारे में कई राज बयान करता है। नाम जहां लोगों की पहचान कराता है वहीं ये उनके कई चारित्रिक गुण भी उजागर करता है।
हस्तरेखा के अनुसार हथेली की हर रेखा का अपना एक खास महत्व है। इनमें से कुछ रेखाएं शुभ और तो कुछ अशुभ फल प्रदान करती हैं। कुछ रेखाएं ऐसी भी होती हैं जो अंगुली के नीचे स्थित पर्वत को घेरती हुई दिखाई देती हैं। इन्हें वलय कहा जाता है। आज हम आपको रवि वलय के बारे में बता रहे हैं।