ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, सूर्य जब मीन राशि में होता है तो उस समय को खर मास कहते हैं। इस बार 14 मार्च, शनिवार को सूर्य के मीन राशि में जाते ही खर मास शुरू हो जाएगा, जो 13 अप्रैल, सोमवार तक रहेगा।
मंगलवार को सूर्योदय उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र में होगा। मंगलवार को उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र होने से धाता नाम का शुभ योग बन रहा है।
सोलह संस्कारों में विवाह सबसे प्रमुख संस्कार होता है। विवाह को लेकर सभी के मन में कुछ प्रश्न अवश्य होते हैं। जैसे- विवाह कब होगा, जीवनसाथी कैसा होगा इत्यादि।
9 मार्च, सोमवार की रात होलिका दहन किया जाएगा। इसके पहले महिलाएं होली का पूजन करेंगी।
सोमवार को फाल्गुन मास की पूर्णिमा है। इस दिन होलिका दहन किया जाता है। सोमवार को सूर्योदय पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र में होगा। सोमवार को पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र होने से ध्वज नाम का शुभ योग बन रहा है, जो पूरे दिन रहेगा।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, होली खेलते समय यदि विशेष रंगों का उपयोग किया जाए तो इससे घर में सुख-समृद्धि आती है।
उज्जैन. 8 मार्च, रविवार को फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि है। इस दिन सूर्योदय मघा नक्षत्र में होगा, जो दिन भर रहेगा। रविवार को मघा नक्षत्र होने से मुग्दर नाम का अशुभ योग बन रहा है। शनिवार की रात को चंद्रमा राशि बदलकर कर्क से सिंह राशि में आ चुका है। जानिए क्या होगा आपकी राशि पर असर-
इस बार 25 मार्च, बुधवार से हिंदू नववर्ष की शुरूआत हो रही है। इस साल 2077 में प्रमादी नाम का विक्रम संवत रहेगा। इस संवत में सूर्य, चंद्र, बुध, बृहस्पति और शनि ये 5 ग्रह प्रभावशाली रहेंगे।
हिंदू धर्म में किसी भी पर्व, त्योहार या शुभ मुहूर्त में काम करने से पहले ज्योतिषियों द्वारा भद्राकाल के बारे में विचार किया जाता है।
शनिवार को अश्लेषा नक्षत्र होने से मानस नाम का शुभ योग इस दिन बन रहा है। शनिवार को त्रयोदशी होने से शनि प्रदोष का शुभ योग भी बन रहा है।