शुक्रवार को अश्विनी नक्षत्र होने से वज्र और उसके बाद भरणी नक्षत्र होने से मुग्दर नाम के 2 अशुभ योग बन रहे हैं। शुक्रवार को अश्विनी नक्षत्र होने से वज्र और उसके बाद भरणी नक्षत्र होने से मुग्दर नाम के 2 अशुभ योग बन रहे हैं।
14 मार्च को सूर्य के मीन राशि में प्रवेश करते ही खरमास शुरू हो गया है। ये माह 14 अप्रैल तक रहेगा।
29 मार्च, रविवार को देवगुरु बृहस्पति मकर राशि में प्रवेश करेंगे। गुरु का ये राशि परिवर्तन सभी 12 राशियों के लिए खास रहने वाला है। मकर राशि में गुरु नीच का रहता है।
गुरुवार को अश्विनी नक्षत्र होने से मानस नाम का शुभ योग बन रहा है। इसके अलावा इस दिन सर्वार्थ सिद्धि नाम का एक अन्य शुभ योग भी बन रहा है।
मान्यता है कि दक्षिणमुखी मकान अशुभ होता है, क्योंकि इसे यम की दिशा माना गया है। लेकिन ये बात सभी लोगों पर लागू नहीं होती।
बुधवार को रेवती नक्षत्र होने से उत्पात नाम का अशुभ योग बन रहा है। इसके अलावा इस दिन ब्रह्म और इंद्र नाम के 2 शुभ योग भी बन रहे हैं।
इस बार 25 मार्च, बुधवार से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो रही है। इसे वासंती नवरात्रि भी कहा जाता है, क्योंकि ये वसंत ऋतु में आती है।
मंगलवार को उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र होने से सिद्धि नाम का शुभ योग बन रहा है और सूर्य और चंद्रमा दोनों ही एक राशि में रहेंगे।
25 मार्च, बुधवार को चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि और गुड़ी पड़वा है।
सोमवार को पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र होने से मूसल नाम का अशुभ योग बन रहा है, जो दिन भर रहेगा। इस दिन शाम को चंद्रमा राशि परिवर्तन कर कुंभ से मीन में प्रवेश करेगा।