Amitabh Budholiya

बीएससी (बायोलॉजी), पोस्ट ग्रेजुएशन हिंदी साहित्य, बीजेएमसी (जर्नलिज्म)। करीब 25 साल का लेखन और पत्रकारिता में अनुभव। एशियानेट हिंदी में जून, 2019 से कार्यरत। दैनिक भास्कर और उसके पहले दैनिक जागरण और अन्य अखबारों में सेवाएं। 5 किताबें प्रकाशित की हैं
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असम में बाढ़-भूस्खलन की 10 चौंकाने वालीं तस्वीरें, मिट्टी में दबे रह गए लोग, सड़कें-पटरियां सबकुछ बह गए

May 18 2022, 08:44 AM IST

गुवाहाटी. असम में लगातार बारिश से आई बाढ़ (Flood in Assam) और उससे हुए भूस्खलन(Landslide) ने तबाही मचा दी है। इस प्राकृतिक आपदा में असम के 26 जिलों के 4.03 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण(Assam State Disaster Management Authority) की रिपोर्ट के अनुसार, अकेले कछार जिले में 50 हजार से ज्यादा लोग बेघर हुए हैं। राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष (State Disaster Response Fund-SDRF), अग्निशमन और आपातकालीन सेवाओं के अलावा असम राइफल्स व भारतीय वायु सेना (IAF) रेस्क्यू अभियान चला रहा है। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के अधिकारियों ने बताया कि बाढ़ प्रभावित 1,658 लोगों ने जिला प्रशासन द्वारा बनाए गए कई राहत शिविरों में शरण ली है। इस बीच असम में फिर भारी बारिश का अलर्ट है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले 24 घंटों के दौरान असम के कुछ हिस्सों के अलावा मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, दक्षिण कर्नाटक और केरल में मध्यम से भारी बारिश जारी रह सकती है। देखें कुछ असम में बाढ़ की भीषणता दिखातीं तस्वीरें...

ये किसी फिल्म का सेट नहीं, असम में बाढ़ और भूस्खलन की चौंकाने वाली तस्वीरें हैं, कीचड़ में धंस गई ट्रेन

May 17 2022, 01:10 PM IST

गुवाहाटी, असम. ये तस्वीरें असम में लगातार बारिश के कारण आई बाढ़  (Flood in Assam) में मची तबाही के बाद की हैं। तस्वीरों में देख सकते हैं कि कैसे दीमा हसाओ रेलवे स्टेशन पूरी तरह तहस-नहस हो गया। पटरी टूट गईं। आधी ट्रेन कीचड़ में धंस गई। पूरा स्टेशन कीचड़ से भर गया। बाढ़ ने जिले को रेल संपर्क से काट दिया है। बाढ़ के कारण भूस्खलन(landslide) ने बहुत बुरा हाल किया है। असम के 20 जिलों में करीब 2 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण(Assam State Disaster Management Authority) की रिपोर्ट के अनुसार, अकेले कछार जिले में ही 50 हजार से ज्यादा लोग बेघर हुए हैं। बाढ़ से 46 राजस्व मंडलों के 652 गांव प्रभावित हैं। 16,645.61 हेक्टेयर फसल पानी में डूब गई। रेस्क्यू टीम से जुड़े अधिकारियों के अनुसार, अकेले कछार जिले में दो लोगों की मौत हो गई, जबकि दो बच्चों सहित तीन अन्य लापता हैं। प्रशासन लगातार राहत और बचाव कार्य चला रहा है। कछार में प्रशासन ने 55 राहत शिविर और 12 वितरण केंद्र बनाए गए हैं। लगभग 33 हजार बाढ़ प्रभावित लोगों को यहां ठहराया गया है।
 

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