सीएम ने किसानों को भरोसा दिया कि सरकार शीघ्र ही अन्य पीड़ित किसानों के फसलों को हुए नुकसान का आंकलन कर उसका मुआवजा उनके घर तक पहुंचाएगी। अचानक यहां पहुंचे मुख्यमंत्री करीब आधे घंटे तक रहे और जिला प्रशासन को निर्देशित किया कि वे तत्काल क्षति का आंकलन कर सरकार को रिपोर्ट भेजे और मुआवजे की धनराशि पीड़ितों को मुहैया कराएं। बता दें कि उत्तर प्रदेश में आकाशीय बिजली, पेड़ और दीवार गिरने से अब तक 28 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं गेहूं, चना, आलू, मटर और मसूर की 60 फीसदी फसलें खेतों में ही बर्बाद हो गईं।