सुखलाल खेड़ा गांव के जियालाल होली जलने के बाद लकड़ी डालने पहुंचे थे, तभी वहां पहले से मौजूद हरीलाल को किसी बात पर उससे गाली-गलौज शुरू कर दी, जिसके कारण वहां मारपीट हो गई। इसमें हरीलाल को चोट आ गई। इसकी जानकारी होने पर उसके परिवालों ने जियालाल के घर पर चढ़ाई कर दी। घर पर हमला होने पर जियालाल के परिवार ने भी मोर्चा संभाल लिया। दोनों पक्षों से पथराव के साथ फायरिंग होने लगी।