प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक आरोपी भी अपने गुनाहों पर पर्दा डालने की कोशिश कर रहा था। वह रात में शव को ठिकाने लगाता, लेकिन देर शाम ही मामला तूल पकड़ लिया, जिसके कारण वह भी बच्ची की तलाश कर रहा था, मगर बच्ची के परिजन जैसे ही उसके घर की ओर गए वो भाग खड़ा हुआ।