कानपुर (Uttar Pradesh) आज राष्ट्रपिता मोहनदास करमचंद गांधी की पुण्यतिथि है। वे 30 जनवरी 1948 को भले ही इस दुनिया से विदा हो गए, लेकिन आज भी इस शहर में उनकी स्मृतियां जीवंत हैं। शहर के तमाम ऐसे स्थान हैं, जहां उनके चरण पड़े थे। यही नहीं, कानपुर उनके लिए इतना अहम था कि उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष रहते यहां कांग्रेस का राष्ट्रीय अधिवेशन हुआ था और 'झंडा ऊंचा रहे हमारा' गीत को झंडा गीत की मान्यता मिली थी। उन्होंने कांग्रेस के राजनीतिक केंद्र तिलक हॉल की भी स्थापना की थी।