आज (19 अगस्त, शुक्रवार) भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि है। इस दिन कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व मनाया जाएगा। शुक्रवार को महालक्ष्मी, बुधादित्य, ध्रुव, छत्र कुलदीपक, भारती, हर्ष और सत्कीर्ति नाम के 8 शुभ योगों का संयोग बन रहा है।
अंक शास्त्र भी वैदिक ज्योतिष की ही तरह गणनाओं के आधार पर व्यक्ति के भविष्य के बारे में जानकारी देता है। अंक शास्त्र में गणना का मुख्य कारक व्यक्ति की जन्म तारीख होती है। अंक शास्त्र में प्रत्येक ग्रह के लिए 1 से लेकर 9 तक एक अंक निर्धारित किया गया है।
आज (10 जुलाई, रविवार) आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि है। इसे देवशयनी एकादशी कहते हैं। इस दिन सूर्योदय विशाखा नक्षत्र में होगा, जो सुबह 09.55 तक रहेगा, इसके बाद अनुराधा नक्षत्र रात अंत तक रहेगा।
अंक शास्त्र में बार-बार भाग्यांक शब्द का जिक्र आता है। भाग्यांक का अर्थ है वह अंक जिससे आपका भाग्य आपका साथ दे अर्थात किस्मत चमकाने वाला अंक। वास्तव में गणना द्वारा निकाला हुआ यह अंक ही लोगों के लिए भाग्यशाली होता है।
आज (5 जून, रविवार) ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि रहेगी। रविवार को सूर्योदय अश्लेषा नक्षत्र में होगा, जो पूरे दिन रहेगा। रविवार को अश्लेषा नक्षत्र होने से वज्र नाम का अशुभ योग इस दिन बन रहा है।
अंक ज्योतिष यानी न्यूमरोलॉजी अंकों से जुड़ा एक विज्ञान है। अंक शास्त्र में किसी भी व्यक्ति की जन्म तारीख से प्राप्त होने वाले मूलांक के ज़रिये उसके स्वभाव, भविष्य, खूबियों और कमियों आदि के बारे में बताया जाता है।
अंक ज्योतिष भी एक तरह से ज्योतिष शास्त्र की तरह व्यक्ति के भविष्य के बारे में गणना करता है। अंक ज्योतिष में मूलांक में मुख्य रूप से अंकों का प्रयोग तीन तरीके से किया जाता है- मूलांक, भाग्यांक और नामांक।
आज (21 अगस्त, रविवार) भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि है। रविवार को मृगशिरा नक्षत्र होने से सौम्य नाम का शुभ योग इस दिन बनेगा। साथ ही हर्षण नाम का एक अन्य शुभ योग भी रहेगा। रविवार को राहुकाल शाम 05:15 से 06:50 तक रहेगा।
22 अगस्त, सोमवार को भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि है। सोमवार को पहले मृगशिरा नक्षत्र होने से आनंद नाम का शुभ योग और उसके बाद आर्द्रा नक्षत्र होने से कालदण्ड नाम का अशुभ योग इस दिन बन रहा है। साथ ही वज्र नाम का एक अन्य योग भी इस दिन रहेगा।
अंक ज्योतिष एक प्राचीन विज्ञान है। अंक ज्योतिष में अंकों का ही महत्व है क्योंकि हमारे जीवन के सभी पहलु अंकों से जुड़े हुए हैं। जिस तरह जन्म कुंडली में ग्रहों का प्रभाव कार्य करता है, उसी प्रकार अंक ज्योतिष में अंकों की भूमिका बहुत ही महत्वपूर्ण है।