आज (11 जुलाई, सोमवार) आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि है। इस दिन सूर्योदय अनुराधा नक्षत्र में होगा, जो सुबह 8 बजे तक रहेगा, इसके बाद ज्येष्ठा नक्षत्र रात अंत तक रहेगा। इस दिन कई प्रमुख व्रत-त्योहार भी मनाए जाएंगे।
अंक शास्त्र चार्ट में अलग-अलग संख्याएं होती हैं, जिनके अपने अर्थ और उनसे जुड़ी विशेषताएं होती है। लोग अपने जीवन की खामियों को जानने के लिए इन नंबरों पर भरोसा करते हैं, ताकि आने वाले भविष्य में उन्हें सुधारने के उपाय कर सकें।
आज (24 अगस्त, बुधवार) भाद्रमास मास के कृष्ण पक्ष की द्वादशी और त्रयोदशी तिथि का संयोग बन रहा है। इस दिन बुध प्रदोष का व्रत किया जाएगा। बुधवार को पहले पुनर्वसु नक्षत्र होने से गद और उसके बाद पुष्य नक्षत्र होने से मांतग नाम के 2 शुभ योग बनेंगे।
आजकल वैदिक ज्योतिष की ही तरह अंक ज्योतिष पर भी लोगों का विश्वास बढ़ता जा रहा है। ज्योतिष की ये विधा भी काफी पुरानी है। इसमें आपके जन्म तारीख के अनुसार मूलांक निकाला जाता है वहीं आपका लकी नंबर होता है और इसी के आधार पर आपके भविष्य का आंकलन किया जाता है।
संख्या शास्त्र, जिसे अंक ज्योतिष और न्यूमरॉलजी भी कहा जाता है, भविष्य जानने की एक पश्चिमी विद्या है। इसमें जन्म दिनांक के माध्यम से किसी भी व्यक्ति का मूलांक पता किया जाता है और इसी के माध्यम से भविष्य में होने वाली संभावित घटनाओं के बारे में अनुमान लगाया जाता है।
अंक शास्त्र का प्रयोग मिस्र में आज से तक़रीबन 10,000 वर्ष पूर्व से किया जाता आ रहा है। मिस्र के मशहूर गणितज्ञ पाइथागोरस ने सबसे पहले अंको के महत्व के बारे में दुनिया को बताया था। भारत में प्रचीन ग्रंथ स्वरोदम शास्त्र के ज़रिये अंक शास्त्र के विशेष उपयोग के बारे में बताया गया है।
आज (25 अगस्त, गुरुवार) त्रयोदशी और चतुर्दशी तिथि का संयोग बन रहा है। इस दिन मासिक शिवरात्रि का व्रत किया जाएगा। गुरुवार को पहले पुष्य नक्षत्र होने से शुभ और बाद में अमृत नाम के शुभ योग इस दिन रहेंगे। इनके अलावा वरियान और परिघ नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे।
न्यूमरोलॉजी एक पाश्चात्य विधा है। इसे अंक और संख्या शास्त्र भी कहा जाता है। ये ज्योतिष शास्त्र की तरह ही भविष्य बताने के लिए उपयोगी विधा है। प्रारंभिक गणितज्ञों जैसे पाइथागोरस के समय संख्या शास्त्र गणित का ही एक अंग हुआ करता था।
आज (26 अगस्त, शुक्रवार) भाद्रपद मास की चतुर्दशी और अमावस्या तिथि का संयोग रहेगा। इस दिन श्राद्ध अमावस्या रहेगी। शुक्रवार को पहले आश्लेषा नक्षत्र होने से मृत्यु और उसके बाद मघा नक्षत्र होने से काण नाम के 2 अशुभ योग इस दिन बन रहे हैं।
26 August 2022 Numerology Rashifal: जिस प्रकार कुंडली में ग्रहों की स्थिति का प्रभाव व्यक्ति के जीवन पर होता है, उसी तरह जन्म तारीख का असर भी लाइफ पर देखने को मिलता है। अंक ज्योतिष की महत्ता को सबसे ज्यादा कीरो ने साबित किया है।