न्यूमरोलॉजी में 1 से 9 तक के प्रत्येक अंक को 9 ग्रहों का प्रतिरूप माना जाता है, इसके आधार पर ही ये जानकारी प्राप्त की जाती है कि किस ग्रह पर किस अंक का असर है। व्यक्ति के जन्म के बाद ग्रहों की स्थिति के आधार पर ही उसके व्यक्तित्व की जानकारी प्राप्त की जाती है।
अंक शास्त्र भी ज्योतिष शास्त्र की तरह ही काम करता है। लेकिन ये जन्म तारीख के हिसाब से भविष्य का आंकलन करता है। अंक ज्योतिष की मदद से किसी व्यक्ति के गुण-दोष यानी नेचर और भविष्य में उसके साथ क्या हो सकता है, इस बात का अनुभव लगाया जा सकता है।
आज (30 जुलाई, शनिवार) श्रावण शुक्ल द्वितिया तिथि है। शनिवार को पहले आश्लेषा नक्षत्र होने से मानस और उसके बाद मघा नक्षत्र होने से पद्म नाम के 2 शुभ योग इस दिन बन रहे हैं। इनके अलावा व्यातीपात और वारियन नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे।
अंक शास्त्र यानी न्यूमरोलॉजी में जन्म के समय की जानकारी न भी हो तब भी व्यक्ति के जन्म तारीख व नाम के आधार पर ही उसके व्यवसाय, भविष्य में आने वाले उतार-चढ़ावों, लाभ-हानि, पत्नी, बच्चें आदि से संबंधित बहुत सी बातें जानी जा सकती हैं।
किसी भी व्यक्ति का मूलांक और भाग्यांक ये दोनों ही उसके जन्म तिथि के आधार पर निकाले जाते हैं। अंक शास्त्र के अनुसार यदि किसी का नामांक, मूलांक और भाग्यांक मेल खाता हो तो ऐसे व्यक्ति को जीवन में हर सुख और समृद्धि मिलती है।
आज (31 जुलाई, रविवार) श्रावण शुक्ल तृतीया तिथि है। रविवार को पहले मघा नक्षत्र होने से मुग्दर नाम का अशुभ योग और उसके बाद पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र होने से छत्र नाम का शुभ योग इस दिन बनेगा। राहुकाल शाम 05:27 से 07:05 तक रहेगा।
आज (1 अगस्त, सोमवार) को श्रावण शुक्ल चतुर्थी तिथि है। इस दिन दूर्वा गणपति का पर्व मनाया जाएगा। सोमवार को पहले पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र होने से ध्वज और उसके बाद उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र होने से श्रीवत्स नाम के 2 शुभ योग इस दिन बन रहे हैं।
न्यूमरोलॉजी के अनुसार, नए घर का निर्माण करते वक़्त सभी अंकों का भी विशेष ध्यान रखा जाता है। उदाहरण स्वरूप घर में कितनी सीढ़ियां होनी चाहिए, कितनी खिड़कियाँ और दरवाज़े होनी चाहिए इसका निर्धारण अंक शास्त्र के माध्यम से ही किया जाता है।
आज (2 अगस्त, रविवार) श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि है। इस दिन पहले उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र होने से धाता और उसके बाद हस्त नक्षत्र होने से सौम्य नाम के 2 शुभ योग इस दिन रहेंगे। साथ ही सिद्ध और शिव नाम के 2 अन्य शुभ योग भी इस दिन बन रहे हैं।
प्राचीन काल में अंक शास्त्र की जानकारी खासतौर से भारतीय, ग्रीक, मिस्र, हिब्रु और चीनियों को थी। भारत में प्रचीन ग्रंथ स्वरोदम शास्त्र के ज़रिये अंक शास्त्र के विशेष उपयोग के बारे में बताया गया है। अंक शास्त्र को ही न्यूमरोलॉजी भी कहा जाता है।