आज (20 सितंबर, मंगलवार) आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि पूरे दिन रहेगी। मंगलवार को पुनर्वसु नक्षत्र होने से स्थिर नाम का शुभ योग बनेगा। इसके अलावा वरियान और परिघ नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे।
वैदिक ज्योतिष के साथ-साथ वर्तमान में भविष्य जानने की और विधाएं भी प्रचलित हैं। इनमें अंक शास्त्र यानी न्यूमरोलॉजी भी एक है। अकं ज्योतिष के अनुसार, हर अंक का संबंध एक विशेष ग्रह से माना गया है।
आज (21 सितंबर, बुधवार) आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि दिन भर रहेगी। बुधवार को पुष्य नक्षत्र होने से मातंग नाम का शुभ योग बनेगा। इसके अलावा परिघ और शिव नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे। इस दिन राहुकाल दोपहर 12:19 से 01:50 तक रहेगा।
अंक शास्त्र की गणना पूरी तरह से हमारी डेट ऑफ बर्थ यानी जन्म तारीख पर टिकी होती है। क्योंकि इसी से हमें मूलांक के बारे में पता चलता है। अंक शास्त्र भी ज्योतिष की ही तरह भविष्य में होने वाली घटनाओं के बारे में हमें बताता है।
आज (22 सितंबर, गुरुवार) आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की द्वादशी तिथि है। गुरुवार को आश्लेषा नक्षत्र होने से अमृत नाम का शुभ योग बनेगा। इसके अलावा शिव और सिद्ध नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे। इस दिन राहुकाल दोपहर 01:49 PM से 03:19 PM तक रहेगा।
वर्तमान में दुनिया भर में भविष्य जानने की कई विधाएं प्रचलित हैं जैसे टैरो कार्ड, रमल ज्योतिष, जन्म कुंडली, कृष्ण पद्धति मूर्ति आदि। ऐसी ही एक विधा है अंक ज्योतिष जिसे अंग्रेजी में न्यूमरोलॉजी भी कहते हैं।
अंक ज्योतिष यानी न्यूमरोलॉजी भी एक तरह से ज्योतिष शास्त्र की तरह व्यक्ति के भविष्य के बारे में गणना करता है। अंक ज्योतिष में अंकों की मदद से व्यक्ति के भविष्य के बारे में काफी कुछ जाना जा सकता है।
आज (23 सितंबर, शुक्रवार) आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि है। इस दिन प्रदोष व्रत किया जाएगा। शुक्रवार को मघा नक्षत्र होने से काण नाम का अशुभ योग इस दिन बन रहा है। इसके अलावा सिद्ध और साध्य नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे।
अंक ज्योतिष में अंकों की मदद से किसी भी व्यक्ति के भविष्य के बारे में आसानी से जाना जा सकता है। हिंदी में इसकी गूढ़ विद्या को अंक शास्त्र और अंग्रेजी में न्यूमेरोलॉजी कहते हैं। ये विधा पश्चिमी देशों में काफी प्रचलित है।
आज (24 सितंबर, शनिवार) आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि है। शनिवार को सूर्योदय पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र में होगा, जो दिन भर रहेगा। शनिवार को पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र होने से लुंबक नाम का अशुभ योग इस दिन बनेगा।