अंक ज्योतिष में 1 से 9 अंक तक के आधार पर लोगों के भविष्य की गणना की जाती है। ये सभी अंक किसी न किसी ग्रह से संबंधित होते हैं। यानी सीधे तौर पर ये ग्रह ही लोगों पर अपना शुभ-अशुभ असर डालते हैं। अंक ज्योतिष को न्यूमरोलॉजी भी कहते हैं।
आज (13 नवंबर, रविवार) कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि है। रविवार को पहले आर्द्रा नक्षत्र होने से ध्वांक्ष और उसके बाद पुनर्वसु नक्षत्र होने से केतु नाम के 2 अशुभ योग इस दिन रहेंगे। इसके अलावा साध्य और शुभ नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे।
अंक शास्त्र एक प्रकार का विज्ञान है, जिसमें अंको के विश्लेषण द्वारा भविष्य बताया जाता है। अंक ज्योतिष को अंक विद्या, अंक शास्त्र, संख्या शास्त्र और अंग्रेजी में न्यूमरोलॉजी के नाम से जाना जाता है। इस विधा का मूल जन्म तारीख है।
आज (14 नवंबर, सोमवार) अगहन मास के कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि है। सोमवार को पहले पुनर्वसु नक्षत्र होने से धूम्र नाम का अशुभ योग और इसके बाद पुष्य नक्षत्र होने से धाता नाम का शुभ योग दिन भर रहेगा। इसके अलावा शुभ और शुक्ल नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे।
अंक ज्योतिष को अंग्रेजी में न्यूमरोलॉजी कहते हैं। इस विधा में जन्म तिथि के अनुसार मूलांक, भाग्यांक एवं नामांक का निर्धारण कर उसके भविष्यफल की गणना की जाती है। अंक ज्योतिष को प्रसिद्धि दिलाने में कीरो का विशेष योगदान है।
आज (15 नवंबर, मंगलवार) अगहन मास के कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि है। मंगलवार को पहले पुष्य नक्षत्र होने से वर्धमान और उसके बाद आश्लेषा नक्षत्र होने से आनंद नाम के 2 शुभ योग इस दिन बन रहे हैं। इसके अलावा इस दिन शुक्ल और ब्रह्म नाम के 2 अन्य योग भी बनेंगे।
अंक ज्योतिष के विद्वानों ने हर अंक का ग्रहों से संबंध खोजा है। हर अंक का एक स्वामी ग्रह होता है, जिसका प्रभाव उस अंक के लोगों पर किसी न किसी रूप में दिखाई देता है। जैसे मूलांक 1 वाले लोगों पर उसके स्वामी ग्रह सूर्य का पूरा असर होगा।
आज (10 नवंबर, गुरुवार) अगहन मास के कृष्ण पक्ष की द्वितिया तिथि है। इस दिन रोहिणी नक्षत्र रात अंत तक रहेगा। गुरुवार को रोहिणी नक्षत्र होने से उत्पात नाम का अशुभ योग दिन भर रहेगा। इसके अलावा परिघ और शिव नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे।
अंक ज्योतिष के अनुसार, किसी व्यक्ति का मूलांक उस व्यक्ति की जन्म तारीख का योग होता है, जैसे यदि किसी व्यक्ति का जन्म 25 मई को हुआ है तो उसकी जन्म तारीख के अंकों का योग 2+5=7 होगा, यही उसका मूलांक कहा जाएगा।
न्यूमरोलॉजी के अनुसार, प्रत्येक अंक का अपना-अपना अलग महत्व है। उसी अंक के आधार पर व्यक्ति के जीवन की तमाम स्थितियों का पता चलता है। इस अंक को मूलांक कहते हैं, जो जन्मतिथि के योग से पता चलता है।