29 December 2022 Numerology Rashifal: अंक शास्त्र और ज्योतिष का मिलान सभी 9 ग्रहों, 12 राशियों और 27 नक्षत्रों के आधार पर किया जाता है। अंक ज्योतिष में भी ग्रहों का प्रभाव देखा जाता है। क्योंकि हर अंक एक ग्रह का प्रतिनिधित्व करता है।
आज ( 28 जून, मंगलवार) आषाढ़ मास की अमावस्या है। इसे हलहारिणी अमावस्या कहते हैं। इस दिन सूर्योदय मृगशिरा नक्षत्र में रहेगा, जो शाम को 7 बजे तक रहेगा। इसके बाद आर्द्रा नक्षत्र रात अंत तक रहेगा।
आज (30 जुलाई, शनिवार) श्रावण शुक्ल द्वितिया तिथि है। शनिवार को पहले आश्लेषा नक्षत्र होने से मानस और उसके बाद मघा नक्षत्र होने से पद्म नाम के 2 शुभ योग इस दिन बन रहे हैं। इनके अलावा व्यातीपात और वारियन नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे।
आज (23 सितंबर, शुक्रवार) आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि है। इस दिन प्रदोष व्रत किया जाएगा। शुक्रवार को मघा नक्षत्र होने से काण नाम का अशुभ योग इस दिन बन रहा है। इसके अलावा सिद्ध और साध्य नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे।
आज (30 दिसंबर, शुक्रवार) पौष मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि है। शुक्रवार को पहले उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र होने से ध्वजा और इसके बाद रेवती नक्षत्र होने से श्रीवत्स नाम के 2 शुभ योग इस दिन बन रहे हैं। राहुकाल दोपहर 11:09 से 12:29 तक रहेगा।
अंक ज्योतिष एक पाश्चात्य विद्या है। इसकी जड़ें छठी शताब्दी ई.पू. तक मिलती हैं। प्रारंभिक गणितज्ञों जैसे पाइथागोरस इत्यादि के काल में संख्या शास्त्र गणित का ही एक अंग था। तब लोगों में गणित के प्रति रुचि का कारण ही संख्या शास्त्र हुआ करता था।
अंक ज्योतिष में अंकों की मदद से किसी भी व्यक्ति के भविष्य के बारे में आसानी से जाना जा सकता है। हिंदी में इसकी गूढ़ विद्या को अंक शास्त्र और अंग्रेजी में न्यूमेरोलॉजी कहते हैं। ये विधा पश्चिमी देशों में काफी प्रचलित है।
आज (31 दिसंबर, शनिवार) को पौष मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि पूरे दिन रहेगी। शनिवार को पहले रेवती नक्षत्र होने से प्रजापति और इसके बाद अश्विनी नक्षत्र होने से सौम्य नाम के 2 शुभ योग दिन भर रहेंगे। इनके अलावा परिघ और शिव नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन बन रहे हैं।
अंकों का संबंध जीवन की शुरुआत से अंत तक बना ही रहता है। अंक ज्योतिष वर्तनान में भविष्य जानने की प्रचलित विधाओं में से एक है। ये विधा न सिर्फ भारत बल्कि पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। इसे न्यूमरोलॉजी भी कहते हैं।
अंक शास्त्र यानी न्यूमरोलॉजी में जन्म के समय की जानकारी न भी हो तब भी व्यक्ति के जन्म तारीख व नाम के आधार पर ही उसके व्यवसाय, भविष्य में आने वाले उतार-चढ़ावों, लाभ-हानि, पत्नी, बच्चें आदि से संबंधित बहुत सी बातें जानी जा सकती हैं।