नई दिल्ली। राष्ट्रपति भवन से लेकर इंडिया गेट के सामने तक दोनों तरफ के एरिया को सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के तहत री-डेवलप किया गया है। करीब 20 हजार करोड़ रुपये की लागत से री-डेवलप किए गए इस प्रोजेक्ट का उद्घाटन गुरुवार को पीएम नरेंद्र मोदी किया है। राष्ट्रपति भवन से इंडिया गेट तक राजपथ के नाम से जाना जाने वाले इस मार्ग का नाम भी बदलकर 'कर्तव्य पथ' कर दिया गया है। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि राजपथ गुलामी का प्रतीक था। कर्तव्यपथ, अब सांसदों, नौकरशाहों को उनके कर्तव्यों की याद दिलाएगा। उन्होंने कहा कि जब पथ ही राजपथ था तो सरकार कैसे लोकमुखी होती। पीएम ने इंडिया गेट पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा का भी लोकार्पण किया है। इंडिया गेट पर लगी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की होलोग्राफिक प्रतिमा की जगह वहां असली प्रतिमा लगाई गई है। नेताजी की यह विशाल मूर्ति भारत में सबसे ऊंची रियलिस्टिक मोनोलिथिक ग्रेनाइट (नेचुरल ग्रेनाइट पत्थर), हैंडमेड स्कल्पचर में से एक है। अब यह क्षेत्र पर्यटन का एक प्रमुख केंद्र बनेगा।