अयोध्या में बरसों बाद 22 जनवरी को रामलला मंदिर में विराजे है। भगवान राम की मंदिर के गर्भ में प्राण-प्रतिष्ठा हो चुकी है। प्रभु राम की मूर्ति बनाने वाले अरुण योगीराज कर्नाटक के निवासी है।
राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा का कार्यक्रम आज अभिजीत मुहूर्त पर संपन्न हुआ। लेकिन इस उत्सव पर जालसाजों की नजर पड़ गई है। कई सायबर अपराधी अब एक्टिव हो गए है। ये जालसाज राम मंदिर और प्राण-प्रतिष्ठा की रील दिखाकर श्रद्धालुओं को ठगने का कम कर रहे है।
अयोध्या में आज यानी 22 जनवरी को राम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा का कार्यक्रम पूरा हुआ। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देश की जनता को संबोधित किया। उन्होंने अपने वक्तव्य की शुरूआत में दोहे से की।
अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम आज यानी 22 जनवरी को संपन्न हुआ। अब 23 जनवरी से आम लोग भी राम लला के दर्शन कर सकेंगे। आज अयोध्या में अभिजीत मुहूर्त पर रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा की गई।
रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के लिए अब कुछ ही क्षण बचे हुए है। देश भर में दिवाली जैसा माहौल है। साथ ही दुनिया भर में रामलला के स्वागत किया जा रहा है। नेपाल के जनकपुर में जानकी मंदिर को दुल्हन की तरह सजाया गया है।
रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के लिए अब कुछ ही घंटे बचे है। ऐसे में रामलला के लिए आमंत्रण मिलने वाले लोग भी अब अयोध्या पहुंच रहे है। कई लोग ऐसे भी ही उन्होंने रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के कार्यक्रम का न्योता ठुकराया है।
रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा से पहले PM मोदी 12 जनवरी से 11 दिनों तक विशेष अनुष्ठान पर हैं। वे जमीन पर कंबल ओढ़ कर सो रहे हैं। नारियल पानी के सहारे जीवन गुजार रहे हैं। मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा के लिए मोदी ने कठिन तप किया है।
अयोध्या में सोमवार को रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा का कार्यक्रम है। देश भर के राम भक्त इस कार्यक्रम को लेकर उत्साहित है। इस बीच इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन यानी इसरो ने अयोध्या धाम की तस्वीर खींची है। इन तस्वीरों ने रामलला की तस्वीर साझा की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल 22 जनवरी को रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में शामिल होंगे। ऐसे में पीएम मोदी भी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए सुबह ही अयोध्या के महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पहुंचेंगे।
राम-लला के आगमन के बाद से अयोध्या नगरी काफी सुंदर हुई है। अयोध्या में कई प्रकार के निर्माण करवाए जा रहे है। ऐसे में अयोध्या में कांसे से बनी जटायु की मूर्ति आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। इसे कुबेर टीला नाम दिया गया है।