इस सीट पर 20 साल तक भाजपा का राज रहा। यहां एक के बाद एक चुनाव में लगातार भाजपा की जीत हुई।
भाजपा ने 2023 के चुनाव में थांदला से कलसिंह भांवर को चुनावी मैदान में उतारा है। जबकि कांग्रेस ने यहां से वीरसिंह भूरिया को टिकट दिया है।
1998 से इस सीट पर भाजपा का राज है। लगातार 4 विधानसभा चुनाव भाजपा जीती है। लेकिन 2008 में बसपा की सीट आई थी।
भाजपा से संजय शर्मा इस सीट से 2013 में चुनाव जीते थे। लेकिन इसके बाद अगला चुनाव संजय शर्मा 2018 में कांग्रेस से जीते। 2023 में भी कांग्रेस ने उन्हें चुनावी मैदान में उतारा है।
2003 से 2013 तक इस सीट पर भाजपा की जीत हुई। लेकिन 2018 में इस सीट पर कांग्रेस से महेश परमार जीते, इस बार भी कांग्रेस ने उन्हें ही चुनावी मैदान में खड़ा किया है।
भाजपा इस सीट पर 15 साल से राज कर रही है। जबकि 2003 के बाद एक बार आईएनडी को भी मौका मिला है।
इस सीट पर 2013 में भाजपा और 2018 में कांग्रेस की सीट आई थी। 2023 में इस सीट से भाजपा ने अदल सिंह को टिकट दिया है। जबकि कांग्रेस ने अजब सिंह को चुनावी मैदान में उतारा है।
कांग्रेस का इस सीट पर पलड़ा भारी है। यहां पिछले कई चुनावों में कांग्रेस की सरकार बनी है। लेकिन 2013 में भाजपा आई थी। फिर 2018 में कांग्रेस आई।
20 साल से इस सीट पर भाजपा का राज है। यहां से भाजपा ने जीते हुए भाजपा प्रत्याशी को फिर से मैदान में उतारा है।
भाजपा का इस सीट पर राज है। यहां लगातार भाजपा की जीत होती आ रही है। सिर्फ 2013 में लंबे समय बाद यहां कांग्रेस की सीट आई थी।