कमलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस ने मप्र के पिछले चुनावों में बेहतरीन प्रदर्शन किया था और सरकार बनाई थी। हालांकि, 15 महीने बाद यह सरकार 28 विधायकों के भाजपा में शामिल होने के कारण गिर गई थी। अब दोबारा कांग्रेस अपनी जमीन तैयार कर रही है, ताकि मप्र में सरकार बनाई जा सके।