सार
कैलिफोर्निया में रह रहे बेंगलुरु के एक युवक ने बचपन की यादें ताजा की हैं। उसने स्कूल बस का रजिस्ट्रेशन नंबर ही अपनी कार के लिए लिया है। उसकी पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। लोग उसकी खूब तारीफ कर रहे हैं।
ऑटो डेस्क : कुछ पुरानी यादें जेहन में हमेशा ताजा रहती हैं। पुराने दिनों को याद कर कुछ लोग सोशल मीडिया पर आजकल तस्वीरें शेयर करते हैं। ऐसी ही एक तस्वीर और यादें शेयर की है बेंगलुरु के एक युवक ने...अपने स्कूल बस के ड्राइवर को ट्रिब्यूट देते हुए युवक ने अमेरिका में अपनी कार का वही नंबर रखा, जो BMTC की। बस का था। बचपन में इसी बस में बैठकर वह स्कूल आया जाया करता था।
BMTC बस ड्राइवर को ट्रिब्यूट
USA कैलिफोर्निया (California) में रहने वाले एक युवक ने टेस्ला कार खरीदी। हैरानी की बात ये है कि अमेरिका में उसने कार का वही नंबर लिया जो उसकी स्कूल बस का नंबर था। बचपन में इसी बस से वह स्कूल आया जाता करता था। यह बस थी बेंगलुरु BMTC की। कार का नंबर लेने के बाद युवक ने सोशल मीडिया पर एक तस्वीर शेयर कर हर किसी का ध्यान अपनी तरफ खींचा।
जब बेंगलूरियन को याद आया बचपन
युवक का नाम चेंगप्पा है। 1992 में वह विद्यारण्यपुरा से यशवंतपुर जाने वाली बस संख्या 401B (KA 01, F 232) से स्कूल जाया करता था। बस ड्राइव धनपाल मंचेनहल्ली और चेंगप्पा की गहरी दोस्ती थी। बस ड्राइवर की याद में ही चेंगप्पा ने टेस्ला कार खरीदी और उसका रजिस्ट्रेशन नंबर KA 01, F 232 लेने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाया। नंबर मिलने के बाद धनपाल मंचेनहल्ली ने सोशल मीडिया पर रजिस्ट्रेशन नंबर केए 01 एफ 232 वाली बस की एक तस्वीर और उसी नंबर की टेस्ला कार की फोटो शेयर की है।
सोशल मीडिया पर शेयर की स्टोरी
युवक का यह पोस्ट तेजी से वायरल हो रहा है। धनपाल मंचेनहल्ली ने शुक्रवार को सोशल मीडिया पर उस दौर को याद कर इमोशनल हो गए। उन्होंने बताया '1992 में जब मैं बीएमटीसी डिपो 11 की बस चला रहा था, तब मेरी बस कई स्कूली बच्चों को खूब रास आती थी। उन बच्चों में चेंगप्पा और आदित्य मेरी सीट के पास बैठकर कई सालों तक स्कूल गए। आदित्य अब जर्मनी में हैं और चेंगप्पा अमेरिका में, दोनों आज भी मुझसे संपर्क रखते हैं। मैं उनका आभारी हूं।'
चेंगप्पा भी हो गए इमोशनल
इधर, कैलिफोर्निया में चेंगप्पा ने भी एक वीडियो बनाकर इमोशनल यादें ताजा कीं। उन्होंने कहा, 'धनपाल आपको रिटायरमेंट की बधाई। रूट 401बी पर 31 साल पहले हमारी मुलाकात हुई थी। काम के प्रेशर के बावजूद आपने जो काम किया, वह काफी ईमानदारी वाला था। आपसे काफी कुछ सीखा है। मुझे वे दिन याद हैं, जब मैं स्कूल जाया करता था। मुझे अपनी मातृभूमि से गहरा लगावा है।' चेंगप्पा के काम और उनके बचपन की यादों को सोशल मीडिया पर जमकर सराहना मिल रही है।
इसे भी पढ़ें
बेचनी है पुरानी कार तो जान लें राइट टाइम, बढ़िया पैसे दिला सकते हैं ये Tricks
600KM की रेंज, एडवांस फीचर्स...इलेक्ट्रिक कार बाजार में तहलका मचा देगी Mercedes की E-Car