सार
अक्सर हम कैब का किराया कम करने के लिए कूपन या ऑफर लगाते है, जिससे हमारी बचत हो सके। लेकिन किसी कारण से हमारे कैब का किराया बढ़ा हुआ मिलता है। ऐसे में रिफंड कहां से ले, क्या करें। हमें पता नहीं होता। आज हम आपको रिफंड लेने की तरकीब बताने जा रहे है।
ऑटो डेस्क. अब दुनिया भर के शहरों में यातायात के लिए लोग अब कैब का इस्तेमाल कर रहे हैं। इसके लिए कई कंपनियां सर्विस प्रोवाइड कर रही है। इस सर्विस में किराए में रियायत के लिए कंपनियां कूपन या ऑफर देती हैं। कूपन या ऑफर के बाद किराया कम हो जाता हैं। ये कंपनियां ऐसा इसलिए करती है, ताकि ये कर कस्टमर्स इनकी सर्विस बार-बार इस्तेमाल कर सकें। लेकिन कई बार ऐसा होता है कि बुकिंग के समय कम और डेस्टिनेशन पर पहुंचते ही किराया बढ़ा हुआ मिलता है। इसके बाद कस्टमर और कैब ड्राइवर के बीच विवाद हो जाता है। अगर आप कभी इस परिस्थिति में फंस जाए तो क्या करें। आज हम आपको बढ़ें हुए पैसे कम करवाने की तरकीब बताएंगे।
कैब किराया क्यों बढ़ जाता है
जब आप कैब बुक करते हैं तो इसमें आपके डेस्टिनेशन तक पहुंचने का एवरेज टाइम दिखता है। लेकिन कई बार आपकी कार ट्रैफिक जाम में फंस जाती है। औसत टाइम में आप डेस्टिनेशन तक नहीं पहुंच पाते। इस स्थिति में गाड़ी का ईंधन और रूट का समय ज्यादा खर्च होता है। ऐसे में ऐप खुद ही किराया बढ़ाने लगता है। इसमें आपकी कोई मदद नहीं सकती है।
कैब ड्राइवर कैसे बढ़वाते है किराया
कई बार आप अनजान शहर में होते है, तब कुछ कैब ड्राइवर ज्यादा किराया वसूल करने के लिए लंबे रूट से गाड़ी ले जाते है। इसमें ऐप को लगता है कि ट्रैफिक के कारण रूट लंबा इस्तेमाल किया गया है। और किराया बढ़ जाता है। कुछ कैब ड्राइवर अतिरिक्त पैसे कमाने के लिए ऐसे रास्ता इख्तियार करते है। ऐसे में पैसेंजर इसकी शिकायत कर सकते है।
ऐसे करें शिकायत
बढ़े हुए किराए की शिकायत करने के लिए आप ऐप में जाकर राइड को ओपन करें। इसके बाद आपको हेल्प का एक ऑप्शन दिखेगा। इसमें आप ज्यादा किराया वसूलने के ऑप्शन पर जाए। यहां पर आपको चैट और कॉल का ऑप्शन मिलेगा। इससे आप अपनी शिकायत दर्ज कर सकते हैं। अगर ड्राइवर की गलती के कारण किराया बढ़ा हो या बेवजह किराया बढ़ा है तो तुरंत इसका रिफंड मिल जाता है। कंपनी कई बार मामले को सेटल करने के लिए उतने रुपए का कूपन दे देती हैं।
यह भी पढ़ें…
ड्राइविंग लाइसेंस करवाना है रिन्यू, जानें 5 Important पॉइंट्स, नहीं करनी पड़ेगी भागदौड़