सार
Auto News: रोल्स रॉयस जैसी कार को करोड़पति ही नहीं, अरबपति भी खरीदने को तरसते हैं। हर रोल्स रॉयस कार को खास ध्यान और कस्टमर की पसंद के हिसाब से डिजाइन किया जाता है। एक कार को बनने में लगभग 6 महीने का समय लगता है। इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि रोल्स रॉयस के कुछ हिस्सों को हाथ से पेंट और असेंबल किया जाता है। इसी खास कारीगरी के कारण रोल्स रॉयस की कीमत लाखों में नहीं बल्कि करोड़ों में होती है। हैरानी की बात यह है कि इतनी महंगी होने के बावजूद भी भारत में कई हस्तियां रोल्स रॉयस खरीदने के लिए तैयार रहती हैं।
एक फेमस यूट्यूबर और शेयर बाजार एक्सपर्ट पीआर सुंदर ने अपनी दुबई वाली रोल्स रॉयस को 6 महीने के लिए भारत मंगवाया है। उन्होंने इस कार के बारे में कुछ रोचक जानकारियां शेयर की हैं।
पीआर सुंदर ने बताया कि रोल्स रॉयस में कई शानदार खूबियां हैं, जिसे हर किसी को जानना चाहिए। उन्होंने बताया कि अगर कार के इंजन पर 5 रुपए का सिक्का रख दिया जाए तो भी वह नहीं गिरता है, क्योंकि इंजन चलने पर उसमें जरा भी मूमेंट (कंपन) नहीं होता है।
कार के लिए भी जरूरी होता है वीजा पासपोर्ट
पीआर सुंदर ने बताया कि रोल्स रॉयस को भारत में इंपोर्ट करने के लिए बहुत ज्यादा इंपोर्ट टैक्स देना पड़ता है। अगर आप कार को कुछ समय के लिए भारत में चलाना चाहते हैं, तो आपको कार के लिए अलग से पासपोर्ट और वीजा लेना पड़ता है। उन्होंने बताया कि वो अपनी दुबई वाली रोल्स रॉयस को भारत लाने के लिए ये दोनों ही चीजें हासिल की हैं और 6 महीने बाद उन्हें कार वापस दुबई ले जानी होगी।