सार
सांड, भैंस या किसी जानवर से कार के टक्कर से जानमाल का खतरा रहता है। कार डैमेज तो होती ही है, जान जाने का डर भी बना रहता है। इस तरह के नुकसान की भरपाई के लिए लोग अपनी गाड़ी का इंश्योरेंस करवाते हैं।
ऑटो डेस्क : भारत में अक्सर कई जगह सड़कों पर जानवर घूमने नजर आ जाते हैं। आवारा पशुओं से आए दिन किसी न किसी गाड़ी की टक्कर की खबर भी सुनने को मिलती है। सांड, भैंस या किसी जानवर से कार के टक्कर से जानमाल का खतरा रहता है। कार डैमेज तो होती ही है, जान जाने का डर भी बना रहता है। इस तरह के नुकसान की भरपाई के लिए लोग अपनी गाड़ी का इंश्योरेंस करवाते हैं। लेकिन सबसे बड़ा सवाल ये है कि किसी जानवर से टकराने पर जो नुकसान होता है,क्या इंश्योरेंस (Car Insurance Cover Animal Attack) कंपनी उसका पैसा देती है? आइए जानते हैं...
क्या जानवर से गाड़ी टकराने पर मिलता है इंश्योरेंस
देश में ज्यादातर बीमा कंपनियां एनिमल अटैक कॉम्प्रिहेंसिव इंश्योरेंस पॉलिसी (Comprehensive Insurance Cover) में कवर करती हैं। हालांकि, थर्ड पार्टी इंश्योरेंस में जानवर से हुआ किसी तरह का एक्सीडेंट कवर नहीं होता है। इसलिए जब भी कार का बीमा कराएं, कॉम्प्रिहेंसिव इंश्योरेंस प्लान ही खरीदें। यह काफी फायदेमंद मानी जाती है।
गाड़ी को जानवर से किस तरह का नुकसान बीमा में कवर होता है
- रास्ते में जानवर को बचाने के चक्कर में किसी दूसरी चीज से टकरा जाना। ऐसे नुकसान की भरपाई बीमा कंपनी करती है।
- घर में अगर पालतू जानवर है और वह सीट पर बैठकर उसे नुकसान पहुंचाता है तो बीमा में कवर हो जाती है।
- अगर चूहे कार को नुकसान पहुंचा दें या चिड़िया की गलती से कार में कोई डैमेज हो जाए तो इंश्योरेंस में कवर होता है।
कॉम्प्रिहेंसिव इंश्योरेंस पॉलिसी क्या होता है
जानवर से या गाड़ी को किसी तरह नुकसान कॉम्प्रिहेंसिव इंश्योरेंस पॉलिसी में कवर हो जाता है। हालांकि, थर्ड पार्टी में इसका बेनिफिट नहीं मिलता है। इसलिए इस पॉलिसी को लेना फायदेमंद होता है। जब भी कार या किसी गाड़ी के लिए बीमा करवाएं तो कॉम्प्रिहेंसिव इंश्योरेंस पॉलिसी को जरूर खरीदें।
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