सार
टेस्ला की शंघाई गीगाफैक्ट्री से दुनियाभर में कारें भेजी जाती हैं। चीन ही नहीं यूरोप, अमेरिका, अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया और एशिया के बाजारों में भी कारों की सप्लाई की जाती है। इसी वजह से यहां तेजी से कार बनाने का काम चलता है।
ऑटो डेस्क : दुनिया में कार का तेजी से प्रोडक्शन हो रहा है। बड़ी-बड़ी ऑटोमेकर कंपनियां एडवांस तरीके से कारों को बना रही हैं। हाईटेक तरीके से बनाई गई कारें बेजोड़ भी हैं। पहले कार इंसान बनाया करते थे। अब उन्हें सहयोगी के तौर पर रोबोट भी मिल गए हैं। जिससे कारों के प्रोडक्शन में गजब की स्पीड आई है। ज्यादातर कार कंपनियों में कठिन काम के लिए रोबोट्स् की मदद ली जा रही है, जो इंसान के मुकाबले उसी काम को कई गुना तेजी से कर दे रहे हैं। इसके चलते कंपनियां तय समय में कहीं ज्यादा कारें बना पा रही हैं और उनका टाइम और पैसा दोनों बच रहा है। दुनिया में ऐसी ही एक कार कंपनी है जो मैगी बनने में जो समय लगता है उतने में तीन कार बना देती है। आइए जानते हैं कौन सी कंपनी ऐसा गजब का कारनाम कर रही है?
इतनी तेजी से एक कार बना रही ये कंपनी
इलेक्ट्रिक कार बनाने वाली कंपनी Tesla हाल ही में अपनी गीगाफैक्ट्री को लेकर काफी चर्चा में आ गई है। चीन (China) के शघाई में टेस्ला का दुनिया का सबसे बड़ा इलेक्ट्रिक व्हीकल मैन्युफैक्चरिंग प्लांट है। टेस्ला इस गीगाफैक्ट्री में इलेक्ट्रिक कारें बनाती है। हाल में प्लांट में गाड़ियां बनाने का एक वीडियो सामने आया है। जिसमें कार बनाने की स्पीड इतनी ज्यादा है, जितनी हम और आप सोच भी नहीं सकते हैं।
हर घंटे इतनी कार बना देती है Tesla
टेस्ला एशिया के ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो शेयर किया गया है। इसमें गीगाफैक्ट्री विजिट को दिखाया गया है। वीडियो में दिखाया गया है कि टेस्ला इस प्लांट में हर 40 मिनट में एक Model Y कार बना रही है। मतलब हर घंटे 90 कार बन रही है और दो मिनट में बनने वाली मैगी जितने टाइम में कंपनी 3 कार बना लेती है। ये काम रोबोट्स और टेस्ला के वर्कफोर्स की बदौलत हो रहा है। टेस्ला की गीगाफैक्ट्री सबसे ज्यादा प्रोडक्टिव प्लांट माना जाता है। यहां 20,000 फ्रंट लाइन वर्कर्स और कार इंजीनियर्स काम करते हैं। इस प्लांट में Model Y और Model 3 कारें ज्यादातर बनाई जाती हैं।
टेस्ला प्लांट में इतनी तेजी से प्रोडक्शन क्यों
टेस्ला की शंघाई गीगाफैक्ट्री से दुनियाभर में कारें भेजी जाती हैं। चीन ही नहीं यूरोप, अमेरिका, अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया और एशिया के बाजारों में भी कारों की सप्लाई की जाती है। इसी वजह से यहां तेजी से कार बनाने का काम चलता है। इस साल के अपने पहले और दूसरे क्वार्टर रिपोर्ट में टेस्ला ने बताया है कि शंघाई प्लांट में अधिकतम क्षमता से काम हो रहा है।
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