सार

महिंद्रा कंपनी महाराष्ट्र के मुंबई, नागपुर, औरंगाबाद और नासिक में चार नए कारखाने स्थापित करेगी, इसके लिए कंपनी ने राज्य सरकार के साथ MoU किया है। Mahindra Group ने एक बयान में कहा कि इन संयंत्रों की सालाना क्षमता 40,000 वाहनों को स्क्रेप करने की होगी। 

ऑटो डेस्क, Mahindra Group sets up vehicle scrapping units : महिंद्रा ग्रुप ने ऐलान किया है कि वह महाराष्ट्र के कई शहरों में   कार स्क्रैपिंग यूनिट स्थापित करने जा रही है। इसके लिए उसने महाराष्ट्र सरकार के साथ एक एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं। महिंद्रा कंपनी के लिए स्क्रेपिंग का कारोबार नया नहीं है। बता दें कि कंपनी पहले से ही एमएसटीसी रीसाइक्लिंग प्राइवेट लिमिटेड (Mahindra MSTC Recycling Pvt Ltd) जो सीरो ब्रांड के तहत रीसाइक्लिंग संयंत्रों को ऑपरेट करती है। इसका पहले ही पुणे में एक रीसाइक्लिंग संयंत्र स्थापित है।

एक साल में 40,000 वाहनों को किया जाएगा स्क्रेप
महिंद्रा कंपनी महाराष्ट्र के मुंबई, नागपुर, औरंगाबाद और नासिक में चार नए कारखाने स्थापित करेगी, इसके लिए कंपनी ने राज्य सरकार के साथ MoU किया है। Mahindra Group ने एक बयान में कहा कि इन संयंत्रों की सालाना क्षमता 40,000 वाहनों को स्क्रेप करने की होगी।  कंपनी सरकार द्वार निर्धारित सभी निर्देशों का पालन करेगी। कंपनी सभी कानूनी और पर्यावरण नियमों के अनुरुप कारखानों का संचालन करेगी। सरकार द्वारा तय मानदंडों के अनुसार यात्री और वाणिज्यिक वाहनों को कबाड़ किया जाएगा। महिंद्रा कंपनी के इस समय देशभर में 11 स्क्रेपिंग संयंत्र संचालित कर रही है। नए स्क्रेपिंग यूनिट से हजारों नए रोजगार के अवसर पैदा होंगे। 

Tata Motors भी महाराष्ट्र में लगायेगी फैक्ट्री
इससे पहले Tata Motors (टाटा मोटर्स) ने महाराष्ट्र सरकार (Maharashtra Government) के साथ एक एमओयू किया है। महाराष्ट्र सरकार के उद्योग, ऊर्जा और श्रम विभाग (Industries, Energy and Labor Department ) के जरिए ये एग्रीमेंट हुआ है। टाटा अब महाराष्ट्र में रजिस्टर्ड व्हीकल स्क्रैपिंग फैसिलिटी (Registered Vehicle Scraping Facility) स्थापित करने जा रही है। 

मंत्री नितिन गडकरी की मौजूदगी में हुआ MOU
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Union Minister for Road Transport and Highways Nitin Gadkari) की मौजूदगी में  महाराष्ट्र के मुंबई में 'इनवेस्टमेंट अपॉर्च्यूनिटीज इन हाइवे, ट्रांसपोर्ट एंड लॉजिस्टिक्स' ( Investment Opportunities in Highways, Transport and Logistics) में एक कॉन्फ्रेंस के दौरान दोनों पक्षों के बीच समझौते पर दस्तखत किए गए हैं।  इस स्क्रैपेज सेंटर में अनफिट घोषित किए गए यात्री और कमर्शियल वाहनों को स्क्रेप पॉलिसी के तहत कबाड़ किया जाएगा।  एक साल में 35,000 वाहनों तक रीसाइक्लिंग करने की कैपेसिटी इस सेंटर में होगी ।

बड़ी संख्या में पैदा होंगे रोजगार के अवसर
महाराष्ट्र सरकार इस  rvsf की स्थापना के जरिए वाहनों के संबंध में नियम बनायेगा, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय (morth) द्वारा जारी ड्राफ्ट व्हीकल स्क्रैपेज पॉलिसी के अनुसार जरूरी approvals को आसान बनाने में सहयोग करेगा। स्क्रैप पॉलिसी के जरिए रोजगार के ढेरों अवसर पैदा होंगे। नई इंडस्ट्री खुलने से व्यापार भी बढ़ेगा, इससे ऑटो इंडस्ट्री में भी बूम आने की उम्मद जताई जा रही है।  दरअसल इससे नए वाहनों की बिक्री में बढ़त की संभावना जताई गई है। ये सेंटर वाहन के मालिकों के लिए operational की लो कास्ट, क्सटमर के लिए अधिक सेफ और प्रदूषण रहित वाहन उपलब्ध कराने में मदद करेगा।

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