सार

दुनिया की सबसे महंगी कार, रोल्स रॉयस बोट टेल, के मालिक कौन हैं? 232 करोड़ रुपये की कीमत वाली इस कार को मुकेश अंबानी, रतन टाटा या गौतम अदानी कोई नहीं रखते हैं. दुनिया भर में सिर्फ़ तीन ही लोग इस कार के मालिक हैं.

नई दिल्ली: मुकेश अंबानी, रतन टाटा समेत भारत के कई उद्यमियों के पास महंगी से महंगी कारें हैं. मुकेश अंबानी के एंटीलिया में तो एक पूरा फ्लोर कार पार्किंग के लिए ही है. लेकिन दुनिया की सबसे महंगी कार, रोल्स रॉयस बोट टेल, सिर्फ़ तीन लोगों के पास है. इस कार की कीमत 232 करोड़ रुपये है. यह कार मुकेश अंबानी, गौतम अदानी या रतन टाटा के पास नहीं है. इतना ही नहीं, एलन मस्क जैसे अमीर उद्यमियों के पास भी यह कार नहीं है.

रोल्स रॉयस बोट टेल एक बेहद खास कार है. इसे बड़ी ही बारीकी से बनाया गया है. यह एक स्पेशल और बेहद महंगी कार होने के कारण रोल्स रॉयस कंपनी ने इसकी सिर्फ़ तीन ही कारें बनाई थीं. ये तीनों कारें बिक चुकी हैं. इन तीन कारों से रोल्स रॉयस ने 696 करोड़ रुपये कमाए हैं. दुनिया की इस सबसे महंगी कार के तीन मालिकों में से सिर्फ़ दो के ही नाम सार्वजनिक हुए हैं. तीसरे मालिक का नाम रोल्स रॉयस ने गुप्त रखा है.

अमीर रैपर जे जेड और उनकी पत्नी बियोंसे ने यह रोल्स रॉयस बोट टेल कार खरीदी है. इसके अलावा एक अमीर हीरे के व्यापारी ने भी यह कार खरीदी है. लेकिन इस हीरे के व्यापारी का नाम रोल्स रॉयस ने उजागर नहीं किया है. इस महंगी कार के तीसरे मालिक अर्जेंटीना के फुटबॉल खिलाड़ी मॉरो इकार्डी हैं. फ़िलहाल मॉरो गैलेटसरय टीम के लिए खेलते हैं.

रोल्स रॉयस ने इस खास कार को 1920-30 के दशक में मशहूर हुई जहाज जे क्लास से प्रेरित होकर बनाया है. इतना ही नहीं, 1910 के कार डिज़ाइन को ध्यान में रखते हुए इस कार को डिज़ाइन किया गया है. यह एक कन्वर्टिबल कार है. इसका डेक तितली की तरह खुलता है. कस्टम बिल्ट रोल्स रॉयस बोट टेल कार को प्रतिष्ठा और शानो-शौकत की निशानी के तौर पर बनाया गया है. इसलिए यह लिमिटेड एडिशन है. लिमिटेड यानी सिर्फ़ तीन ही कारें बनाई गई थीं. लॉन्च होते ही यह कार बिक गई. कई अमीर लोग इस कार को खरीदने के लिए उत्सुक थे. लेकिन उन्हें यह कार नहीं मिल सकी. फिलहाल इस कार को दोबारा बनाने के बारे में रोल्स रॉयस ने कोई संकेत नहीं दिया है. जल्द ही या कुछ सालों में इस कार के दोबारा बनने की संभावना नहीं है. इस खास कार को बनाने में रोल्स रॉयस को कई साल लगे हैं. इसलिए जल्द ही या कुछ सालों में इस कार के दोबारा बनने की संभावना नहीं है.