सार
बैटरी की आग पानी से बुझने के बजाए और भड़क जातती है, तो कोशिश करें कि पानी बिल्कुल ना डालें, हां यदि उपाय करना ही है तो इस पर रेत डालकर आग को बुझाने का प्रयास किया जा सकता है। लीथियम बैटरी की आग को बुझाने के लिए लीथियम कंबल या शॉल का प्रयोग किया जा सकता है।
ऑटो डेस्क। इलेक्ट्रिक व्हीकल में आग लगने की घटनाओं के बाद इस पर काबू पाने उपायों पर गंभीरता से चर्चा हो रही है। बीते 20 दिनों में तकरीबन आधा दर्जन ईवी आग का शिकार हुई हैं। इसमें सबसे चौंकाने वाली बात ये रही कि इस आग को लाख जतन करने के बावजूद बुझाया नहीं जा सका था। जब गाड़ी की बैटरी पूरी तरह से जल गई तो आग खुद ब खुद शांत हो गई। बीते दिनों एक घटना समुद्र में इलेक्ट्रिक कारें ले जा रहे शिप के साथ घटित हुआ थी, जिसमें शिप पर ले जाई जाई जा रही सैकड़ों लग्जरी कारें जल गईं थी, इस दौरान आग को बुझाने के तमाम उपाय किए गए थे, लेकिन कारों के पूरी तरह से जलने के बाद ही आग पर काबू पाया जा सका था।
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बैटरी स्कूटर में आग लगने से दो लोगों की मौत
वहीं तमिलनाडु के वेल्लूर में तो एक इलेक्ट्रिक स्कूटर में लगी आग की वजह से दम घुटने से 2 लोगों की मौत हो गई थी। इस हादसे में पिता और बेटी की जान चली गई थी। हादसा इलेक्ट्रिक स्कूटर की बैटरी चार्ज करने के दौरान हुआ था।
आग लगने की मुख्य वजह
सबसे पहले बैटरी चलित वाहनों में आग लगने के कारणों को समझे तो इलेक्ट्रिक व्हीकल्स में आग लगने की मुख्य वजह शॉर्ट सर्किट सामने आई है। गर्मियों में अक्सर हीट बढ़ने से तारों में स्पार्किंग होने लगती है। ज्यादातर लोग इसे सामान्य घटना मानकर उसकी अनदेखी कर देते हैं। लेकिन ये लापरवाही भारी पड़ जाती है। ध्यान रखें तार चाहे वाहन का ही क्यों ना हो, उसे खुला ना छोड़े,यदि तार कहीं से कट गया है तो उसे बदलवा दें, या फिर अच्छे से टैपिंग कर दें। इलेक्ट्रिक गाड़ियों की सर्विसिंग कंपनी द्वारा अधिकृत सेंटर पर ही करानी चाहिए। नौसिखिया मैकेनिक ईवी को पेट्रोल वाहन की ही तरह ट्रीट कर सकते हैं, इससे वाहन को नुकसान हो सकता है।
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बैटरी ब्लास्ट होने की वजह
इलेक्ट्रिक व्हीकल में लगी बैटरी को खास देखभाल की जरुरत होती है। बैटरी वाले वाहनों को भूलकर भी ओवर लोड नहीं करना चाहिए, इससे बैटरी के सेपरेटर (Separator) पर दवाब पड़ता है, जिससे बैटरी में ब्लास्ट हो सकता है। स्पार्क होने से भी बैटरी में ब्लास्ट हो सकता है। वहीं बैटरी ओव्हरचार्ज होने पर भी ब्लास्ट हो जाता है। मोबाइल की बैटरी भी इसी वजह से खराब हो जाती हैं।
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ये सावधानियां बरतें
इलेक्ट्रिक गाड़ियां वैसे को पेट्रोल वाहनों के मुकाबले अधिक सुरक्षित होती हैं। हालांकि इसमें मेंटनेंस को सही तरीके किया जाना जरुरी है।
ईवी को आग से बचाने के लिए कुछ उपाय जरुर ध्यान में रखें,
बैटरी व्हीकल को तेज धूप में न रखें।
वाहन की बैटरी को ओव्हरचार्ज ना करें।
कंपनी द्वारा फिट की गई बैटरी का इस्तेमाल करें।
सस्ती- लोकल बैटरी के फेर में ना पड़े ।
ईवी चार्ज करने के लिए ओरिजनल चार्जिंग केबल का इस्तेमाल करें।
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आग लगने पर संभावित उपाय
लीथियम बैटरीकी आग पानी से नहीं बुझाई जा सकती है, अत: आग लगने पर सबसे पहले फायर ब्रिगेड को सूचना दें, उन्हें स्पष्ट बताएं की इलेक्ट्रिक व्हीकल में आग लगी है। इससे वह इस आग पर काबू पाने वाला केमिकल लेकर आ सकते हैं। बैटरी की आग पानी से बुझने के बजाए और भड़क जातती है, तो कोशिश करें कि पानी बिल्कुल ना डालें, हां यदि उपाय करना ही है तो इस पर रेत डालकर आग को बुझाने का प्रयास किया जा सकता है। लीतियम आग को बुझाने के लिए लीथियम कंबल या शॉल का इस्तेमाल किया जा सकताहै, ये आग वाली जगह को कवर कर देता है, जिससे आग बाहर की तरफ नहीं बढ़ पाती है। ऑक्सीजन की सप्लाई रुकने पर आग धीरे-धीरे शांत हो जाती है, इस दौरान बैटरी में पानी भर जाता है।
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